
- स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने जारी किया है सी-विजिल ऐप
- आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की ऐप से मिलेगी सूचना
- 100 मिनट के अंदर होगा शिकायत का निराकरण
- पदाधिकारियों-कर्मियों को सी-विजिल ऐप की दी गयी ट्रेनिंग
- पहली बार चुनाव में सी-विजिल ऐप का होगा इस्तेमाल
Ranchi : लोकसभा चुनाव में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मोबाइल ऐप सी-विजिल लॉन्च किया गया है. सी-विजिल कोषांग को सशक्त और क्रियाशील बनाने हेतु प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों/कर्मियों को रांची समाहरणालय स्थित एनआईसी में मंगलवार को प्रशिक्षण दिया गया. प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों/कर्मियों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से ऐप का की जानकारी दी गयी. अपर जिला दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था) सह सी-विजिल कोषांग के नोडल पदाधिकारी अखिलेश कुमार सिन्हा ने कोषांग में प्रतिनियुक्त कर्मियों को बताया कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों की जानकारी कोई भी व्यक्ति इस ऐप के माध्यम से दे सकेगा और फ्लाइंग स्क्वॉड टीम (एफएसटी) में शामिल कर्मी इसकी रिपोर्टिंग आरओ को करेंगे.
इसे भी पढ़ें- पलामू: आठ साल पुराने मामले में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का कोर्ट में सरेंडर, मिली जमानत
फ्लाइंग स्क्वॉड टीम को इन्वेस्टिगेटर ऐप डाउनलोड करना होगा
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लॉन्च मोबाइल ऐप सी-विजिल में सिटीजन और इंवेस्टिगेटर दो तरह के ऐप डाउनलोड किये जा सकते हैं. फ्लाइंग स्क्वॉड टीम (एफएसटी) में शामिल कर्मी https://eci.gov.in/cvigil लिंक पर जाकर इन्वेस्टिगेटर ऐप डाउनलोड कर सकते हैं.
रंगों के आधार पर मामलों की जानकारी
सी-विजिल के इन्वेस्टिगेटर ऐप में रंगों के आधार पर मामलों का वर्गीकरण किया गया है. प्रशिक्षण में मौजूद लोगों को इसकी जानकारी दी गयी. इस ऐप में नीले रंग के जरिये नये मामलों की जानकारी मिलती है, जबकि बैंगनी (परपल) रंग स्वीकार किये मामलों की जानकारी देता है. लाल रंग के जरिये ओवर ड्यू मामलों की जानकारी मिलेगी. फ्लाइंग स्क्वॉड टीम (एफएसटी) के सदस्य के पास ऐप के जरिये संज्ञान में आये मामलों के निराकरण और अस्वीकार किये जाने का विकल्प होगा.
इसे भी पढ़ें- क्या मेयर आशा लकड़ा ‘निगम’ से सीधा ‘लोकसभा’ जाने की चाहत रखती हैं !
10 मिनट में मौके पर पहुंचेगी एफएसटी
आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की सी-विजिल ऐप के जरिये किसी नागरिक द्वारा जानकारी दिये जाने के बाद एफएसटी मौके पर पहुंचेगी. मामला संज्ञान में आने के बाद 100 मिनट में इसका निराकरण करना होगा. शिकायत दर्ज होने के बाद सूचना जिला नियंत्रण कक्ष के पास जायेगी, फिर इसे फील्ड इकाई को दिया जायेगा. 10 मिनट में एफएसटी के सदस्य को मौके पर पहुंचकर इसकी रिपोर्ट करनी होगी. निकटतम एफएसटी को ही मामले असाइन किये जायेंगे, ताकि जल्द से जल्द इसकी रिपोर्टिंग हो सके.
अधिसूचना जारी होने के बाद से मतदान दिवस तक होगी रिपोर्टिंग
अपर जिला दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था) सह सी-विजिल के नोडल पदाधिकारी अखिलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि अधिसूचना जारी होने के साथ ही सी-विजिल ऐप के जरिये एफएसटी रिपोर्टिंग शुरू कर देगी, जो मतदान दिवस तक चलेगा.
इसे भी पढ़ें- आचार संहिता और डीसी के आदेश को धनबाद के नेता दिखा रहें ठेंगा
ये थे मौजूद
प्रशिक्षण के दौरान डीआईओ शिवचरण बनर्जी, ईओडीबी मैनेजर भवानी सिंह, बिजनेस एनालिस्ट अमित कुमार, जनसंवाद समन्यवक संदीप बड़ाईक एवं ई-ब्लॉक मैनेजर उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें- सुखाड़ प्रभावित किसानों के मुआवजे पर सरकार की बेरुखी, अब आचार संहिता का पेंच