
Ranchi : भारी अभियंत्रण निगम (एचईसी) में दो साल से अधिक समय से अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक के पद पर स्थायी नियुक्ति नहीं की जा सकी है. एचईसी के सीएमडी का पद दो साल से अतिरिक्त प्रभार में चल रहा है. नतीजतन कई महत्वपूर्ण निर्णय लंबित हैं.
इसका सीधा असर एचईसी के उत्पादन पर पड़ रहा है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक 1 जनवरी 2019 से ही एचईसी के सीएमडी का पद प्रभार में चल रहा है. सीएमडी के पद पर अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार देकर काम चलाया जा रहा है.
फलस्वरूप एचईसी कर्मियों का वेतन पुनरीक्षण, एचईसी के आवंटी दुकानदारों के किराया का मामला सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय पिछले दो सालों से लंबित हैं.


यही नहीं, एचईसीकर्मियों का वेतन भी अनियमित है. अधिकारियों का वेतन जहां तीन माह का बकाया चल रहा है. वहीं, कामगारों का वेतन दो महीने पीछे चल रहा है.




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जानकारी के मुताबिक 1 जनवरी 2019 से 30 सितंबर 2019 तक एचईसी के निदेशक (कार्मिक) एमके सक्सेना को सीएमडी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. वह 30 सितंबर 2019 तक सीएमडी के अतिरिक्त प्रभार में रहे.
इसके बाद कतिपय कारणों से श्री सक्सेना को सीएमडी के प्रभार से मुक्त कर दिया गया. तत्पश्चात बीएचईएल के चेयरमैन डॉ. नलिन सिंघल को एचईसी के सीएमडी पद का प्रभार सौंपा गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉ.सिंघल ने बतौर सीएमडी तकरीबन डेढ़ साल की अवधि में महज तीन या चार बार ही एचईसी का दौरा किया है. सीएमडी के पद पर स्थायी नियुक्ति नहीं होने के कारण एचईसी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की ओर से भी कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अंतिम निर्णय नहीं हो पा रहा है.
सूत्र बताते हैं कि चालू वित्तीय वर्ष में एचईसी निर्धारित उत्पादन लक्ष्य से भी काफी पीछे है. वित्तीय वर्ष बीतने में महज एक माह शेष रह गये हैं. इस दौरान निर्धारित उत्पादन लक्ष्य प्राप्त करना प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौती है.
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सीएमडी पद पर नियुक्ति के लिए आधा दर्जन से अधिक आवेदन
भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा सितंबर 2020 में एचईसी के सीएमडी पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे गये थे. जानकारी के अनुसार एचईसी के सीएमडी पद के लिए तकरीबन आधा दर्जन से अधिक अधिकारियों ने भारी उद्योग मंत्रालय में आवेदन जमा किया है.
बताया जाता है कि इसमें एचईसी में कार्यरत निदेशक स्तर के तीन अधिकारी, रेलवे के एक उच्च अधिकारी सहित भारी उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारियों ने भी आवेदन किया है.
जानकारी के अनुसार एचईसी में वर्तमान में सेवारत निदेशक स्तर के दो अधिकारी भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा निर्धारित अर्हता पूरी नहीं करने के कारण सीएमडी पद के लिए साक्षात्कार में शामिल नहीं हो सकते हैं.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक आगामी वित्तीय वर्ष शुरू होने के पूर्व एचईसी के स्थायी सीएमडी के पद पर नियुक्ति हो जाने की संभावना है.
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