
Jamshedpur : सरायकेला जिले के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में भीषण गर्मी के इस मौसम में पेयजल संकट गहरा गया है. एक ओर जलसंकट के समाधान के लिये निगम की ओर से समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, वहीं दूसरी ओर जो लोग अपने निजी खर्च पर बोरिंग कराना चाहते हैं. उन्हें निगम से परमिशन नहीं मिल रहा है. इसकी वजह बोरिंग कराने के नियमों को लेकर निगम की सख्ती है. इस बीच गुरुवार को क्षेत्र में बोरिंग करने वाले गाड़ियों के संचालकों ने भी निगम के रवैये पर ऐतराज जताते हुये उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
यह है वजह
दरअसल आदित्यपुर के वार्ड नंबर-31 में बीती रात बगैर अनुमति बोरिंग की जा रही थी. तभी मौके पर पहुंची नगर निगम की टीम ने बोरिंग गाड़ी को सीज करते हुये संचालक पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया. इस घटना से निगम क्षेत्र के सारे बोरिंग गाड़ियों के संचालक आक्रोशित हो गये और निगम पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुये विरोध-प्रदर्शन पर उतर आये. उनका नेतृत्व निगम के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह कर रहे थे. इस दौरान बोरिंग गाड़ियों के संचालकों ने बताया कि कुल सात गाड़ियों के संचालकों ने 32 हजार रुपये का वार्षिक शुल्क देकर नगर निगम से बोरिंग करने का परमिशन लिया है, लेकिन निगम की ओर से किसी को अपने घर में बोरिंग करने की अनुमति नहीं दी जा रही है. ऐसे में बोरिंग गाड़ियों के संचालकों को भारी नुकसान हो रहा है.


32 हजार देने पर भी नहीं दे रहे बोरिंग करनेः पुरेंद्र


उन्होंने यह भी बताया कि जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति, मानगो नगर निगम और कपाली नगर परिषद समेत सरायकेला नगर पंचायत क्षेत्र में बोरिंग गाड़ियों के संचालकों को 10 हजार के शुल्क पर बोरिंग करने की अनुमति प्रदान की जाती है. वहीं, 32 हजार रुपये देने के बावजूद उन्हें बोरिंग करने को नहीं मिल रहा है. उन्होंने इस मामले में निगम की ओर से कोई ठोस पहल नहीं करने पर क्षेत्र में बोरिंग करना बंद कर देने की चेतावनी दी है. जाहिर तौर पर इसका खामियाजा भी क्षेत्र की जनता को ही भुगतना पड़ेगा.