
Kasganj : कानपुर के बिकरु गांव में विकास दुबे की दुस्साहसिक वारदात अभी भी सुर्खियों में है. इस बीच उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में शराब माफिया ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए बड़ी वारदात को अंजाम दिया. कुर्की का नोटिस लेकर शराब माफिया के घर पहुंचे पुलिस जवान की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. दारोगा को भाला मार कर घायल कर दिया गया. हालांकि, पुलिस मुठभेड़ में एक आरोपी मारा गया.
जानकारी के अनुसार कुर्की का नोटिस लेकर दारोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र कुमार शराब माफिया मोतीराम के यहां गए थे. मोतीराम ने दोनों को बंधक बना लिया. इसके बाद सिपाही की पीट-पीट कर हत्याकर दी जबकि दारोगा को बुरी तरह घायल कर दिया. उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. दोनों गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर बंधी हालत में मिले थे.
देर रात जब मामले खबर मिली तो कई थाने के पुलिस मौके पर पहुंच गई. खबर सीएम तक भी पहुंची और उन्होंने रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिया. साथ ही मृतक सिपाही को 50 लाख की आर्थिक सहायता और परिजन को नौकरी देने की घोषणा की.


इसे भी पढ़ेंःचमोली आपदाः झारखंड के 21 समेत 174 लोगों का तीसरे दिन भी पता नहीं, राहत व बचाव जारी




मालूम हो कि हिस्ट्रीशीटर मोतीराम के खिलाफ 11 मुकदमें दर्ज हैं. उसी के यहां नोटिस लेकर दोनों पुलिसकर्मी गए थे. इस बीच गांव में माफिया ने दोनों पुलिसकर्मियों को घेर लिया. फिर वहां से डेढ़ किलोमीटर दूर खेत पर ले गए. वहां दोनों की जमकर पिटाई की गई और वर्दी फाड़ दी गई. शराब माफिया को कानून को कोई डर नहीं था.
इसे भी पढ़ेंःमधुबन की कोठियों में लौटी बहार, खौफ से उबर श्रद्धालु पहुंचने लगे श्री सम्मेद शिखर
इसबीच पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी. मोती का भाई एलकार पुलिस को मिला और उसके साथ उनकी मुठभेड़ हो गई. दोनों पक्षों के बीच फायरिंग हुई और वह मौके पर ही मारा गया. पुलिस अब मोती की तलाश में लगी हुई है. पुलिस ने दोनों भाईयों के अलावा कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था.