
Jamshedpur: जमशेदपुर के बागबेड़ा थाना अंतर्गत हरहरगुट्टू लकड़िया बागान में उस समय अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया जब अतिक्रमण हटाने आये रेलवे के अधिकारी व आरपीएफ के जवानों को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. इस दौरान अतिक्रमण अभियान का विरोध कर रहे परिवार ने शरीर में मिट्टी तेल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया.
रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण की सूचना पर रेलवे के अधिकारी आरपीएफ के जवान और बागबेड़ा पुलिस हरहरगुट्टू लकड़िया बागान पहुंची और रामबाबू यादव के निवास स्थान पर नवनिर्मित दीवार को गिराने का प्रयास किया जा रहा था कि इतने में परिवार के सभी सदस्य और बस्तीवासी एकजुट हो गए और अतिक्रमण अभियान का विरोध करने लगे.
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वहीं रामबाबू यादव और उनके परिवार के सदस्यों ने शरीर पर केरोसिन तेल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया. बवाल बढ़ता देख क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य उक्त स्थान पर पहुंचे और मामले को शांत कराने का प्रयास किया. उन्होंने रेलवे के अधिकारियों से बात कर 15 दिन समय की मांग की. इस बीच हो हल्ला बढ़ता देख रेलवे के अधिकारी और पुलिस के जवानों को बैरंग लौटना पड़ा.
वही इस संबंध में जानकारी देते हुए बाबू यादव ने बताया कि 40 से 50 वर्षों से व्यक्ति उक्त स्थान पर निवास कर रहे हैं. क्षेत्र में रेलवे की जमीन पर बड़ी-बड़ी इमारतें बन रही हैं. उस पर रेलवे के अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है. वे गरीबी हालत में किसी तरह से दुकान बना रहे हैं तो उसे तोड़ा जा रहा है. इसी कारण से परिवार के सारे सदस्यों ने आत्मदाह का प्रयास किया.
वहीं बागबेड़ा पुलिस के पदाधिकारी एके दासा ने बताया कि अवैध निर्माण को हटाने के लिए रेलवे के पदाधिकारी, आरपीएफ के जवान और बागबेड़ा पुलिस उक्त स्थान पर पहुंचे जहां जिला परिषद सदस्य के हस्तक्षेप के बाद कुछ दिनों का समय लिया गया है. उन्होंने बताया कि अतिक्रमण का विरोध करते हुए परिवार के सदस्यों ने आत्मदाह का प्रयास किया है जिसे रोक लिया गया.
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