
Tokyo : कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के चलते पिछले दो वर्षों में दुनियाभर में लाखों लोगों की जान जा चुकी है. हालांकि, वैक्सीन से कुछ सुरक्षा जरूर मिल रही है और लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं पड़ रहे हैं, लेकिन यह कोरोना संक्रमण से रोकथाम में नाकाम रही हैं.

कोरोना की दुश्वारियों से निपटने के लिए दुनियाभर की सरकारें खूब पैसा खर्च कर रही हैं. यह पैसा जरूरतमंदों तक पहुंच भी रहा है, लेकिन कई ऐसे मामले भी सामने आ चुके हैं, जब जरूरतमंदों को मदद नहीं मिलती है. ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला जापान में सामने आया है. जापान के एक राज्य में लोगों के बीच कोविड रिलीफ फंड की राशि वितरित होनी थी, लेकिन किसी गड़बड़ी के चलते पूरे शहर की मदद राशि एक शख्स के अकाउंट में चली गई.

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क्या है मामला
यह घटना जापान के यामागुची प्रांत (Yamaguchi State) की है. यहां 24 साल के एक व्यक्ति के अकाउंट में कोविड राहत फंड (Covid Relief Payment) की पूरी राशि चली गई. यह राशि 46.3 मिलियन येन यानी 2 करोड़, 79 लाख, 21 हजार रुपये से ज्यादा थी. यह राशि प्रांत के 463 घरों में वितरित की जानी थी. इस फंड से हर व्यक्ति को करीब 60 हजार रुपये मिलते थे.
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मेयर ने मांगी माफी
शहर के मेयर ने इस गलती के लिए माफी मांगी है. जब इस गलती का पता चला को यह रकम पाने वाले व्यक्ति के बारे में जानने की कोशिश की गई, लेकिन अकाउंट में गलती से इतनी पड़ी रकम आने के बाद वह शख्स अचानक गायब हो गया.
JapanToday के अनुसार इतना सारा पैसा पाने के बाद उस शख्स ने दो हफ्ते तक लगातार हर रोज लगभग 6 लाख येन (3 लाख, 60 हजार रुपये से ज्यादा) अन्य खातों में ट्रांसफर किए. व्यक्ति से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन असफलता ही हाथ लगी.
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अकाउंट से सारा पैसा गायब
इस घटना के दो सप्ताह बाद आखिरकार वह शख्स पकड़ में आ गया. पूछताछ में उसने बताया कि सारा पैसा उसके अकाउंट से गायब हो गया है और अब उसे दोबारा वापस नहीं लिया जा सकता. इससे शहर के अधिकारी मुश्किल कानूनी पेंच में पड़ गए. क्योंकि उनका यह पैसा चोरी नहीं हुआ था, बल्कि उनकी ही किसी गलती से किसी अन्य अकाउंट में ट्रांसफर हो गया था.
प्रशासन के अधिकारियों ने वकीलों और जानकारों से इस संबंध में सलाह ली और उस व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करके मुआवजे के तौर पर 51.16 मिलियन येन (करीब 3 करोड़, 7 लाख, 38 हजार रुपये से ज्यादा) की मांग की है. उसके बैंक अकाउंट में पैसा नहीं है, वह नौकरी छोड़ चुका है.
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