Palamu: सुखाड़ का आकलन करने के लिए चार सदस्यीय केन्द्रीय टीम शुक्रवार को पलामू पहुंची और खुखाड़ प्रभावित खेतों का जायजा लिया. टीम शाम के समय सबसे पहले चैनपुर पहुंची और वहां सलतुआ और खुरा गांव में टॉर्च की रोशनी में सुखाड़ से उत्पन्न परिस्थतियों का जायजा लिया. पलामू जिले में सूखे की धरातली हकीकत जानने के बाद यही टीम देर रात गढ़वा के लिए रवाना हो जायेगी और वहां भी स्थलीय जांच कर सुखाड़ की रिपोर्ट तैयार करके केन्द्र सरकार को सौंपेगी. यह टीम दोनों जिले के अधिकारियों के साथ बैठक भी करेगी.
तीन टीम ले रही है अलग-अलग जिलों का जायजा
राज्य में सुखाड़ का आकलन करने के लिए केन्द्र की तीन टीमें झारखंड पहुंची हुई है. पहली टीम पाकुड़ और दुमका में जबकि दूसरी टीम गिरिडीह और कोडरमा मेंसूखे का जायजा ले रही है. साथ ही तीसरी टीम पलामू में है. पलामू आयी टीम में कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव अतीश चन्द्रा के साथ तीन अन्य अधिकारी हैं.
किसानों ने बताया- सिंचाई के साधन नहीं
चैनपुर क्षेत्र का दौरा करते हुए टीम के सदस्यों ने किसानों से वस्तुस्थिति की जानकारी ली. टीम में शामिल अधिकारियों ने सिंचाई के स्त्रोतों की जानकारी ली. किसानों ने बताया कि उनके पास प्राकृतिक स्त्रोत के अलावा सिंचाई का कोई प्रबंध नहीं है. अगर समय पर अच्छी बारिश होती है तो खरीफ फसलों की संभावना बनती है और नहीं होने पर सुखाड़ की मार झेलनी पड़ती है. बहुत बार शुरूआती दौर की फसलें मारी जाती हैं.
पशुओं के चारे की चिंता
किसानों ने टीम के सदस्यों को जानकारी दी कि शुरूआत में बारिश नहीं होने पर उन्होंने किसी तरह पटवन कर धान फसल के बिचड़े तैयार किये थे. कुछ खेतों में पटवन के सहारे बुआई की गयी थी और इस आस में थे कि बारिश होने पर फसल समय पर तैयार हो जायेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. कई खेतों में तैयार फसल पानी के अभाव में सूखकर नष्ट हो गये. अब उनके समक्ष पशुओं के लिए चारे के लाले पड़ते दिखायी दे रहे हैं.
टॉर्च की रौशनी में देखी गयी खेतों की हालत
देर शाम पहुंची केन्द्रीय टीम को फसलों की हालत देखने के लिए टॉर्च का सहारा लेना पड़ा. जिला मुख्यालय से सटे चैनपुर प्रखंड क्षेत्र में 8-10 किलोमीटर दूर जाने पर अंधेरा हो गया था. नतीजा टीम के सदस्यों को खेतों की वास्तविक हालत देखने के लिए टॉर्च जलानी पड़ी. जिले के कुछ कर्मियों ने मोबाइल भी जलाकर खेतों काअवलोकन कराया.

कई जगहों पर बैठक कर ग्रामीणों से वार्ता की गयी. टीम के सदस्यों ने बताया कि किसानों से जानकारी लेकर स्थितियों के अनुरूप पूरी रिपोर्ट तैयार की जायेगी और केन्द्र सरकार को सौंपा जायेगा.
टीम के साथ पलामू के उपायुक्त शान्तनु अग्रहरी, जिला परिसद उपाध्यक्ष संजय सिंह समेत कई अधिकारियों ने सुखाड़ का लिया जायजा. चैनपुर के खुरा, गर्दा गांव में जायजा के बाद सतबरवा, विश्रामपुर, हैदरनगर भी टीम जाएगी. पलामू के बाद गढ़वा के लिए केंद्रीय टीम रवाना होगी.
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