
Ranchi: एनआइए ने टेरर फंडिंग को लेकर राम कृपाल कंस्ट्रक्शन के कार्यालय में छापेमारी की थी. टेरर फंडिंग का मामला गिरिडीह जिला से जुड़ा हुआ है. रामकृपाल कंस्ट्रक्शन ने गिरिडीह में करोड़ों की सड़क का काम लिया था. इसके निर्माण कार्य के दौरान कंपनी द्वारा नक्सलियों को लेवी के रूप में करोड़ों रुपये दिये गये.
इसका खुलासा एनआइए द्वारा पिछले दिनों पकड़े गये मनोज कुमार नाम के नक्सली ने किया था. इसके बाद मामले की जांच एजेंसी ने शुरू की. एनआइए ने छापेमारी के दौरान कई बैंक खाते के विवरण सहित कई अन्य कागजात जब्त किये हैं. इस मामले में आगे की जांच जारी है.
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मनोज कुमार रामकृपाल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का कर्मचारी था
मनोज कुमार की गिरफ्तारी 6 लाख और अन्य दस्तावेज के साथ हुई थी. मनोज पर आरोप लगाया गया था कि उसने भाकपा माओवादी के नक्सली कृष्णा हांसदा के निर्देश पर ठेकेदारों से लेवी वसूल की थी. जांच के दौरान, यह पता चला कि गिरफ्तार आरोपी मनोज कुमार रामकृपाल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का कर्मचारी था. वह गिरिडीह इलाके में कंस्ट्रक्शन फर्म और माओवादियों के बीच मध्यस्थता का काम करता था. इसका खुलासा तब हुआ जब मनोज भाकपा माओवादी को 6 लाख रुपये का लेवी भुगतान करने जा रहा था. इसी दौरान उसे पकड़ लिया गया. भाकपा माओवादी द्वारा एकत्र की गयी लेवी की राशि का उपयोग हथियारों और गोला-बारूद, विस्फोटकों की खरीद, माओवादी के प्रभाव को बढ़ाने के लिए नये कैडर की भर्ती और सुरक्षा में खलल डालनेवाली गतिविधियों के लिए किया जा रहा है.
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