
NewDelhi : तेलंगाना के सीएम और सत्तारूढ़ टीआरएस के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव ने मोदी सरकार के किसान बिल को सीधे गुंडागर्दी करार दिया है. मुख्यमंत्री ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र ने ‘गुंडागर्दी का सहारा लेकर संसद में कृषि बिलों को मंजूरी दी है. टीआरएस प्रमुख राज्य में पहली रायतु वेदिका ( किसान सुविधा केंद) का उद्घाटन कर रहे थे. इसी क्रम में कहा कि वह कृषि कानूनों पर केंद्र के खिलाफ लड़ने के लिए अन्य दलों के नेताओं से भी बात की जायेगी.
तेलंगाना के जनगांव जिले के कोदकंदला में ‘रायतु वेदिका’ का उद्घाटन करने के बाद के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि तेलंगाना ने पंजाब की तरह विरोध-प्रदर्शन नहीं किया है, लेकिन टीआरएस ने संसद के दोनों सदनों में कृषि बिलों का विरोध किया था. पंजाब की सराहना करते हुए सीएम ने कहा कि तेलंगाना के लोगों को भी कृषि कानूनों का विरोध करने के बारे में सोचना चाहिए.
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एनडीए सरकार के पास राज्यसभा में जरूरी संख्याबल नहीं था


चंद्रशेखर राव ने कहा कि पंजाब जैसे उत्तरी राज्य नये कृषि कानूनों पर आक्रोश के साथ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं और दशहरा के दौरान रावण के बजाय मोदी के पुतले जलाये गये थे. आरोप लगाया कि एनडीए सरकार के पास राज्यसभा में जरूरी संख्याबल नहीं था. विपक्षी दलों ने कृषि बिलों पर मतदान और विभाजन की मांग की, लेकिन अध्यक्ष ने घोषणा की कि बिल पारित हो चुके है.
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बड़े व्यापारियों को किसान बिल से फायदा
सीएम राव ने केंद्र के इस दावे को खारिज कर दिया कि कानूनों से किसानों को फायदा होगा. सीएम ने कहा कि इससे बड़े व्यापारियों को ही फायदा होगा. क्या कोई किसान दिल्ली जायेगा और वहां अपनी उपज बेचेगा? केवल कॉरपोरेट और व्यवसायी ही अपनी उपज अन्य राज्यों में बेच पायेंगे.
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