
London: जैसन होल्डर की अगुवाई वाली वेस्टइंडीज टीम तेज गेंदबाजों के दम पर गुरूवार को पांच बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उतरेगी तो उसका इरादा विश्व कप में अपना खोया गौरव लौटाने का होगा.
दो बार की चैम्पियन वेस्टइंडीज टीम ने पहले मैच में पाकिस्तान को सिर्फ 105 रन पर आउट करके सात विकेट से जीत दर्ज की. ओशाने थामस ने 27 रन देकर चार विकेट लिये, जबकि आंद्रे रसेल,शेल्टन कोटरेल और कप्तान होल्डर से उन्हें पूरा सहयोग मिला.
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वेस्टइंडीज ने विश्व कप 1975 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था. और उस टीम में चार तेज गेंदबाज थे.
चार साल बाद लॉड्स पर फाइनल में वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को हराकर खिताब बरकरार रखा. उस टीम में एंडी रॉबटर्स, माइकल होल्डिंग,कोलिन क्रोफ्ट और जोएल गार्नर थे.
मौजूदा टीम में उस दर्जे के तेज गेंदबाज नहीं है, लेकिन केमार रोच और शेनोन गैब्रियल के बिना पाकिस्तान को सस्ते में समेटकर उसके गेंदबाजों ने साबित कर दिया कि उनमें कितना दम है.
वे विश्व कप में भले ही क्वॉलीफाइंग दौर से गुजरकर आये हों, लेकिन अपना दिन होने पर किसी भी टीम को हरा सकते हैं.
दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया ने पहले मैच में अफगानिस्तान को सात विकेट से हराया. लेकिन इस मैच में उनके सामने चुनौती कड़ी होगी.
पिछले तीन में से दो टी-20 विश्व कप जीत चुकी वेस्टइंडीज टीम के लिये थॉमस ने अभ्यास मैच में डेविड वार्नर को सस्ते में आउट किया था.
वेस्टइंडीज की एक कमजोरी यह है कि बाउंसर जैसे हथियार को वे बार-बार इस्तेमाल करते हैं. दूसरी ओर एक साल के प्रतिबंध के बाद लौटे वार्नर और स्टीव स्मिथ शार्ट गेंदों को झेलने में माहिर हैं.
वेस्टइंडीज के पास क्रिस गेल जैसा शानदार बल्लेबाज है, जो अपने दम पर मैच जिताने का माद्दा रखता है . दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के पास भी मिशेल स्टार्क और पैट कमिंस जैसे तेज गेंदबाज हैं.
वेस्टइंडीज के 1975 और 1979 विश्व कप विजेता कप्तान क्लाइव लायड ने कहा,‘‘ ऑस्ट्रेलिया के पास बहुत अच्छी टीम है. अब देखना यह है कि इस दबाव का वेस्टइंडीज कैसे सामना करती है. यह एक अच्छा मैच होगा.’’