
Sanjay Prasad
Jamshedpur: कर्मचारियों के साथ पूरे शहर की नजर टाटा स्टील के होने जा रहा बोनस समझौता पर है. टाटा स्टील कर्मचारियों के परिवार के साथ बाजार भी इस समझौते का बेसब्री से इंतजार कर रहा है ताकि बाजार की सुस्ती को तेजी मिल सके. टाटा स्टील के सूत्रों का कहना है कि इस साल नये बोनस फॉर्मूले पर ही बोनस समझौता होगा. पुराना बोनस समझौता दो साल पहले ही एक्स्पायर हो चुका हैं. प्रबंधन और यूनियन के बीच चल रही बोनस वार्ता में नया फॉर्मूला बनाने पर विचार चल रहा है. सूत्र बताते हैं कि फार्मूला बनाने का काम अंतिम चरण में है और 8-9 सितंबर को बोनस समझौता हो जाएगा.
25000 करोड़ बोनशेबल राशि
सूत्रों का कहना है कि पिछले वित्तीय वर्ष में टाटा स्टील का शुद्ध मुनाफा 41,749 करोड़ रूपए का रहा है. इसमें से 7000 करोड़ के करीब टाटा स्टील अंगुल का प्रोफिट है. इसके अलावा एक्सेप्शनल में सात हजार से आठ हजार के बीच राशि आती है. इस तरह इस साल का बोनशेबल राशि 25 हजार करोड़ के करीब होगी, जिस पर कर्मचारियों को बोनस मिलेगा.
बेसिक और डीए के 20 फीसदी से ज्यादा नहीं होगी बोनस की राशि
कर्मचारियों की बोनस राशि 20 फीसदी से ज्यादा नहीं होगी. कर्मचारियों के कुल बेसिक और डीए का 20 फीसदी से ज्यादा बोनस की राशि किसी भी हालत में नहीं मिलेगी. अभी टाटा स्टील के कर्मचारियों का कुल बेसिक और डीए लगभग 1600 करोड़ के बराबर है, जो इस बार 1700 करोड़ के आसपास होगा. अगर 1700 का 20 फीसदी जोड़ा जाय, तो इसके हिसाब से अधिकतम बोनस की राशि 340 करोड़ होती है. अब देखना यह है कि यूनियन, प्रबंधन के साथ बार्गेनिंग कर कितनी राशि दिला पाता है. 2020-21 में कंपनी का नेट प्रोफिट 9752.13 करोड़ रहा था और बोनस का प्रतिशत 16.56 था.
पिछले इस साल इस फार्मूले पर हुआ था बोनस समझौता
पिछले साल कंपनी का बोनस 270.28 करोड़ रूपए का हुआ था. 2020 में 235.54 करोड़ रूपए का बोनस समझौता हुआ था. 2021 में प्रबंधन ने 35 करोड़ रूपए बोनस मद में ज्यादा दिया था. बोनस की यह राशि टाटा स्टील, ट्यूब डिविजन समेत सारे माइंस और कोलियरी के लिए थी. यह बोनस पुराने फॉर्मूले के आधार पर हुआ था, जिसमें शुद्ध मुनाफा (नेट प्रोफिट) के डेढ़ प्रतिशत राशि के साथ ही प्रोफिटिबिलिटी, प्रोडक्टिविटी और सेफ्टी (एलटीआईएफआर-लॉस टाइम इन्ज्यूरी फ्रीक्वेंसी रेट) के आधार पर बोनस की राशि की गणना की जाती थी. 2020-21 में कंपनी का नेट प्रोफिट 9752.13 करोड़ रहा था, जो 2021-22 में 41,749 करोड़ हो गया है. पिछले वित्तीय वर्ष में कंपनी ने अब तक के इतिहास में सर्वाधिक बेहतर प्रदर्शन किया है. वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ 41,749 करोड़ रूपए का रहा है.