
Aurangabad : जिले में मंगलवार को निगरानी विभाग की टीम ने एक कार्यपालक अभियंता और कैशियर को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. दोनों एक ठेकेदार से रिश्वत ले रहे थे. इसी दौरान निगरानी की टीम ने दोनों को रंगे हाथ दबोच लिया. निगरानी की टीम कार्यपालक अभियंता और कैशियर को गिरफ्तार कर अपने साथ पटना लेकर चली गयी. जहां पूछताछ के बाद दोनों को निगरानी कोर्ट के समक्ष पेश किया जायेगा.
जानकारी के मुताबिक निगरानी की टीम ने दाउदनगर में पदस्थापित ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार एवं रोकड़ पाल राकेश कुमार सुमन के घर छापेमारी कर दोनों को रिश्वत के पैसों के साथ धर दबोचा. निगरानी विभाग की इस कार्रवाई की किसी को भनक तक नहीं लगी. दोनों को गिरफ्तार करने के बाद निगरानी की टीम उन्हें अपने साथ लेकर पटना चली गयी.
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बताया जा रहा है कि तेलिया पोखर निवासी संवेदक गोपाल सिंह के कई कार्य ग्रामीण कार्य विभाग में चल रहे थे और उसका समय समाप्त हो रहा था. समय पर कार्य पूरा नहीं होने के कारण संवेदक गोपाल सिंह ने अवधि विस्तार के लिए आवेदन दिया था.



अवधि बढ़ाने के एवज में कार्यपालक अभियंता द्वारा मोटी रकम की मांग की गयी थी. संविदा अवधि के विस्तार को लेकर कार्यपालक अभियंता लगातार ठेकेदार पर पैसों के लिए दबाव बना रहा था. कार्यपालक अभियंता के दबाव से परेशान होकर ठेकेदार ने इसकी जानकारी निगरानी विभाग को देते हुए कार्रवाई की मांग की थी.
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संवेदक के आवेदन पर कार्रवाई करते हुए निगरानी की टीम ने जाल बिछाया और रिश्वत लेने के मामले में शामिल कार्यपालक अभियंता एवं रोकड़ पाल को रंगे हाथ धर दबोचा.
दोनों ने ठेकेदार से कितने रुपये लिये थे यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है. हालांकि दोनों के द्वारा ठेकेदार से लगभग डेढ़ लाख लिये जाने की बात सामने आ रही है.
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