
Patna : बिहार में सीनियर आइएएस (IAS) अधिकारी और पूर्व गृह सचिव सुधीर कुमार पटना के गर्दनीबाग स्थित एससी-एसटी थाने में अपने साथ हुई जालसाजी को लेकर शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे. इस दौरान सुधीर कुमार को 3 घंटे तक थाने में बैठ कर इंतजार भी करना पड़ा. मामला मार्च का है. सुधीर कुमार ने शास्त्री नगर थाने में शिकायत दर्ज करायी थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई और न ही कोई एफआइआर किया गया. आज एक बार फिर से एससी-एसटी थाने में एक बार फिर से वो एफआइआर दर्ज कराने पहुंचे थे.
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सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक सुधीर कुमार ने अपने आवेदन में कहा है कि पटना पुलिस ने उन्हें साजिश के तहत कर्मचारी चयन आयोग घोटाले में फंसाया है. उनका आरोप है कि पटना के तत्कालीन सीनियर एसपी मनु महाराज ने फर्जी सबूत गढ़ कर उन्हें फंसाने की साजिश रची थी. अपने 36 पेज के आवेदन में उन्होंने सारे तथ्यों की डिटेल की जानकारी दी है.
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उधर एससी-एसटी थाने के थानेदार ने बताया कि सुधीर कुमार ने जो आवेदन दिया है उसे रिसीव कर लिया गया है. 36 पेज का आवेदन दिया गया है. उसका अध्ययन किया जा रहा है. उसके बाद जो भी विधि सम्मत कार्रवाई होगी वह की जायेगी. थानेदार ने भी ये बताने से इंकार कर दिया कि आखिरकार आवेदन में लिखा क्या गया है.
एससी-एसटी थाने से निकलने के बाद सुधीर कुमार से मीडिया ने जब पूछा कि आखिरकार वे किस पर और क्यों एफआइआर करना चाहते हैं तो सुधीर कुमार ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. मीडिया ने जब बात को बहुत कुरेदा तब वो बोले कि उनके साथ जालसाजी हुई है. उनसे पूछा गया कि आखिरकार जालसाजी किसने की है. कई बार सवाल पूछने पर सुधीर कुमार ने कहा कि मनु महाराज ने उनके साथ जालसाजी की है. दरअसल कर्मचारी चयन आय़ोग घोटाले की जांच पटना पुलिस की एसआइटी ने की थी औऱ उस एसआइटी का नेतृत्व तत्कालीन एसएसपी मनु महाराज कर रहे थे.
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