
Ranchi: निजीकरण के खिलाफ सरकारी बैंकों में हड़ताल का आज दूसरा दिन था. इस दौरान सरकारी बैंकों की ब्रांच में पैसे जमा करने, निकालने और चेक क्लियरेंस जैसे कार्य प्रभावित रहे. बैंक कर्मचारियों का कहना है कि अगर सरकार बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव वापस नहीं लेती है तो यह हड़ताल लंबे समय तक जारी रहेगी. हजारीबाग, कोडरमा, जामताड़ा, धनबाद में हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला. सड़क पर सरकार की नीतियों के विरुद्ध में जमकर नारेबाजी की गयी.
कर्मचारियों ने जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया. हड़ताल के दौरान आम नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. दो दिनों के हड़ताल में करोड़ो का कारोबार प्रभावित हुआ है. इधर हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को एसबीआइ की 41 शाखा सहित अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों की 27 शाखाओं के साथ ही झारखंड ग्रामीण बैंक की 22 शाखाओं में हड़ताल सफल रही. दो दिनी बैंक हड़ताल से 400 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है.