
NewDelhi : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तैयारियां चरम पर है. खबर है कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के लिए नींव डिजाइन की समीक्षा और सिफारिशों के लिए संबंधित क्षेत्र के इंजीनियरों की एक उप समिति का गठन किया गया है.
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दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, सूरत, गुवाहाटी के टॉप इंजीनियरों को शामिल किया गया


ट्रस्ट ने शनिवार को अधिसूचना जारी करते हुए आठ सदस्यीय तकनीकी विशेषज्ञों की समिति बनाई है. इस समिति में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, सूरत, गुवाहाटी के टॉप इंजीनियरों को शामिल किया गया है. यह समिति मंदिर निर्माण को लेकर 15 दिसंबर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. इस समिति का उद्देश्य विभिन्न भू-तकनीकी सुझावों को ध्यान में रखते हुए उच्चतम गुणवत्ता और दीर्घायु के साथ मंदिर का निर्माण करना है.




इस मंदिर निर्माण विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष आईआईटी दिल्ली के पूर्व निदेशक प्रो. वीएस राजू, कन्वेयर प्रो. एन गोपलाकृष्णन (निदेशक, सीबीआरआई, रुड़की), सदस्य – प्रो.एसआर गांधी (निदेशक, एनआईटी, सूरत), प्रो. टीजी सीताराम (निदेशक, आईआईटी, गुवाहाटी), प्रो. बी. भट्टाचार्जी एमेरिटस (प्रोफेसर, आईआईटी, दिल्ली), एपी मुल (सलाहकार टीसीई), प्रो. मनु संथानम (आईआईटी, मद्रास) और प्रो. प्रदीपता बनर्जी (आईआईटी, मुंबई) हैं.
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राममंदिर की नींव की डिजाइन पर सहमति नहीं बन सकी थी
बता दें कि बैठक में एलएंडटी व टाटा कंसल्टेंसी के इंजीनियरों ने राममंदिर की नींव की जो डिजाइन पेश की थी उस पर सहमति नहीं बन सकी थी. इसको लेकर सभी तकनीकी विशेषज्ञों के अलग-अलग सुझाव थे. जिसके बाद मंदिर निर्माण समिति ने सभी इंजीनियरों को समन्वय बनाकर अपनी रिपोर्ट 15 दिसंबर तक पेश करने के लिए कहा है. राममंदिर परिसर में जहां नींव की खोदाई की जानी है वहां जमीन के 200 फीट नीचे भुरभुरी बालू मिल रही है जिसका तोड़ निकालने में ट्रस्ट व तकनीकी विशेषज्ञ जुटे हैं.
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15 मीटर गहराई में बनेगी रिटेनिंग वॉल
माना जा रहा है कि नींव का काम शुरू करने से पहले ट्रस्ट 15 दिसंबर के बाद रिटेनिंग वॉल का कार्य शुरू करने की सहमति दे सकता है. बताया गया कि नींव की 15 मीटर गहराई में पहले रिटेनिंग वॉल बनाई जायेगी. रिटेनिंग वॉल मंदिर के तीन तरफ बनेगी. एक तरफ ओपन रहेगा.
रिटेनिंग वॉल सीमेंट या आरसीसी की होगी इसको लेकर 15 दिसंबर को समिति की बैठक में फैसला किया जायेगा. रिटेनिंग वॉल इस तरह बनायी जा रही है ताकि भूकंप आदि के झटकों से राममंदिर को बचाया जा सके.