
Uday Chandra
New Delhi : केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) , भारतीय रक्षा अनुसंधान, विकास संगठन (DRDO) और इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंस ने एक ऐसी बाइक एंबुलेंस तैयार किया है जो दुर्गम इलाकों में तत्काल मदद पहुंचाने में बेहद कारगर साबित हो सकती है. यह बाइक एंबुलेंस झारखंड और छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में काफी मददगार साबित होगी. जंगलों में नक्सली हमले में मेडिकल इमरजेंसी की हालत में घायल सुरक्षाकर्मियों को बाहर निकालने में इस बाइक की अहम भूमिका साबित हो सकती है.
सीआरपीएफ सूत्रों के मुताबिक यह बाइक एंबुलेंस बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा जैसे इलाकों समेत झारखंड के नक्सल प्रभावित जिले लातेहार, पलामू, बोकारो, चतरा, धनबाद, दुमका, जमशेदपुर, गढ़वा, गिरिडीह, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, कोडरमा, लोहरदगा, रामगढ़, रांची, सिमडेगा, सरायकेला, चाईबासा में ज्यादा कारगर साबित होंगी, क्योंकि इन इलाकों के सूदूरवर्ती इलाकों में सुरक्षा बल के कर्मचारियों के लिए एंबुलेंस या बड़ा वाहन ले जाना मुश्किल हो जाता है.
इसे भी पढ़ेंःअयोध्या में गणतंत्र दिवस पर झंडारोहण के साथ रखी जाएगी मस्जिद निर्माण की सांकेतिक नींव
बाइक को इसलिए बनाया गया क्योंकि सीआरपीएफ के जवानों को नक्सली इलाकों या घने जंगलों में बनी संकीर्ण सड़क पर चलने के लिए ऐसी बाइक को बनाने की जरूरत महसूस हुई. कई ऐसे मौके आए हैं जब सुरक्षाकर्मियों तक समय पर इसलिए मदद नहीं पहुंच पायी क्योंकि वहां एंबुलेंस और दूसरे वाहन नहीं पहुंच सके. इसलिए सीआरपीएफ की तरफ से ऐसी बाइक को बनाने की जरूरत महसूस की गई. इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंस बायोमेडिकल और क्लिनिकल रिसर्च के क्षेत्र में काम करता है. ये भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के तहत काम करता है.
इसे भी पढ़ेंःभाभी के प्यार में पागल देवर ने कर दी भांजे की हत्या, दोनों गिरफ्तार