
Dharmendra pathak
CHATRA: जब से चतरा एसपी राकेश रंजन चतरा आए हैं, तब से ही ब्राउन शुगर तस्करों पर आफत बनकर टूट पड़े हैं. आलम यह है कि महज 22 महीने के कार्यकाल में इन्होंने 13.79 किलोग्राम ब्राउन शुगर न सिर्फ बरामद किया है बल्कि 94 तस्करों को भी गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज चुके हैं. पकड़े गए ब्राउन शुगर की कीमत करोड़ों में आंकी जा सकती है. एसपी ने करीब डेढ़ दर्जन तस्करों को न्यायालय के माध्यम से सजा भी सुनिश्चित करवाई है. अगर यह कहें कि एसपी ने तस्करों के विरुद्ध यह ठान लिया है कि जब तक तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं तो गलत नहीं होगा.बताते चलें कि चतरा में वृहत पैमाने पर अफीम की खेती की जाती है और इन्हीं अफीम को रिफाइन कर ब्राउन शुगर बनाया जाता है. हालांकि इन तस्करों पर पुलिस ने हर संभव नकेल कसने को लेकर बुनियादी स्तर पर अफीम की खेती पर रोक लगाने का हर संभव प्रयास किया है. अगर कोई दो बार तस्करी के मामले में पकड़ा गया है और जेल जा चुका है तो उनकी संपत्ति को जब्त करने की भी तैयारी इन्होंने कर ली है. के इस कारवाई से ब्राउन शुगर व अफीम तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है.
इसे भी पढ़ें: Ranchi: आशीर्वाद जोहार यात्रा होगी शुरू, पहले चरण में राज्य के छह जिले होंगे शामिल
भौगोलिक पृष्टभूमि से तस्करों को मिलता है लाभ : एसपी
चतरा जिला भोगौलिक रूप से जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ क्षेत्र है. ऐसे में जंगली और दुरूह रास्तों का उपयोग कर तस्कर अन्य प्रदेशों तक माल पहुंचाते हैं. परंतु एसपी राकेश रंजन का तगड़ा नेटवर्क इन तस्करों पर भारी पड़ रहा है.ऐसे में ये जहां से भी निकलने का प्रयास करते हैं पुलिस के हत्थे चढ़ जाते हैं.
चार थाना क्षेत्र में होती है अधिक खेती
जिले के चार थाना क्षेत्र जैसे सदर थाना, राजपुर थाना, गिद्धौर थाना तथा इटखोरी थाना में अधिक मादक पदार्थों की खेती होती है. यही कारण है अधिकांशतः तस्कर इन्हीं थाना क्षेत्र में पकड़े गए हैं.