
Ranchi: बेटे को मां-बाप के बुढ़ापे का सहारा कहा जाता है. लेकिन ऐसी कई संतानें ऐसी होती हैं जो बुढ़ापे में मां- बाप को सहारा देने के बजाय घर से निकालकर बेसहारा छोड़ देते हैं. एक ऐसी ही घटना रांची में सामने आयी है.
घर से बेघर हुए एक व्यक्ति की सड़क किनारे मौत हो गयी. बूढ़े और लाचार व्यक्ति रांची की सड़कों पर किसी तरह जीवन बसर कर रहे थे. उन्होंने मरने से पहले एक दिन पहले एक युवक को अपनी दर्द भरी कहानी बतायी थी.
रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोकनगर के रोड नंबर 4 के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव पुलिस ने बरामद किया. रांची पुलिस के अनुसार अज्ञात शव भिखारी का है. वह पिछले कई दिनों से अशोक नगर में भीख मांगकर गुजारा कर रहा था.
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रांची पुलिस ने बताया कि अशोक नगर के रोड नंबर-4 पर शव पड़ा हुआ था. सूचना मिली तो शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया. पुलिस ने बताया कि मौत कैसे हुई है यह तो पोस्टमॉर्टम के बाद ही पता चल सकेगा, लेकिन आशंका है कि भिखारी की मौत ठंड से हुई होगी.
रांची के अशोक नगर में भिखारी का शव मिलने पर पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर जांच में जुट गयी है. वहीं प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भिखारी को रोज अशोक नगर के आस पास देखते थे. शनिवार को ठंड से बचने के लिए चादर और खाना भी दिया गया था.
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया की शनिवार को बुजुर्ग ने बताया था की वह मैक्लुस्कीगंज के रहने वाले हैं और उसके बेटे रांची के मोराबादी में रहते हैं. लेकिन बेटे ने घर से निकाल बाहर कर दिया था ताकि मैं मर जाऊं.
हालांकि अभी तक स्पष्ट नही हो सका है कि व्यक्ति कितने दिनों से सड़कों पर थे. अशोक नगर में वे हाल के ही कुछ दिनों से दिख रहे थे.
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