
Ranchi : सिकिदिरी हाइडल पावर प्लांट में सोलर प्लांट लगाने की योजना थी. योजना पिछले दो साल से ठंडे बस्ते में है. अभी तक उर्जा विकास निगम लिमिटेड की ओर से प्लांट के लिए टेंडर तक फाइनल नहीं किया गया है.
योजना के अनुसार सिकिदिरी हाइडल प्लांट के कैनाल में सोलर पैनल लगाये जाने थे. जिसकी क्षमता दो मेगावाट तक होती. लेकिन टेंडर प्रक्रिया तक पूरी नहीं होने से काम अब तक शुरू नहीं हो पाया है.
टेंडर 2019 में निकाला गया था. राज्य में पावर प्लांटों के प्रबंधन की जिम्मेवारी उर्जा विकास निगम लिमिटेड की है. वहीं वितरण की जिम्मेवारी जेबीवीएनएल की है. दोनों निगमों की ओर से यह टेंडर किया जाना था.


टेंडर फाइनल होने के बाद यह काम झारखंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी को दी जाती. लेकिन जरेडा को अभी तक इस संबध में कोई जानकारी नहीं मिली है. रिन्यूएबल एनर्जी के लिए जरेडा राज्य में नोडल एजेंसी है.




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16 करोड़ की है योजना
ये योजना कुल 16 करोड़ 44 लाख रूपये की है. सिकिदिरी में यह योजना छह साल में पूरी होनी थी. टेंडर पूरी नहीं होने से अब प्लांट लगने में समय विस्तार किया जायेगा. तीन किलोमीटर कैनाल में यह सोलर प्लांट लगाया जाना है. जिसे ग्रिड कनेक्टेड सोलर रूफ टॉफ की तरह लगाया जाना है.उर्जा निगम की रूचि नहीं होने के कारण टेंडर अब तक फाइनल नहीं है.
जानकारी मिली है कि 2019 में टेंडर निकाले जाने के बाद कुछ संवेदकों ने आवेदन किया था. फिर इसपर कोई पहल नहीं की गयी.
बंद है सिकिदिरी प्लांट
बता दें कि सिकिदिरी हाइडल पावर प्लांट पिछले साल से बंद है. पिछले साल की जून-जुलाई से ही प्लांट में परेशानी आने लगी थी. जिसके बाद मरम्मत भी किया गया. लेकिन सिंचाई विभाग की अटकलों के बाद प्लांट शुरू नहीं किया गया.
प्लांट की क्षमता 220 मेगावाट की है. दो यूनिट है. फिलहाल यह बंद है. सिकिदिरी से बिजली उत्पादन बंद रहने के दौरान सोलर पैनल से बिजली ली जा सकती है. अगर उर्जा निगम इसे पूरा कर ले तो.
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