
Dhanbad: स्थानीय को नियोजन देने की मांग को लेकर सिंदरी एसीसी सिमेंट प्लांट के मुख्य द्वार पर धरना दे रहे ग्रामीणों पर पुलिस का कहर बरपा. पुलिस ने लाठीचार्ज किया. और ग्रामीणों को तितरबितर करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी.
इस बवाल में एसडीएम सहित कई लोग घायल बताए जा रहे है. फिलवक्त, पुलिस ने एसीसी प्लांट के आसपास धारा 144 लगा दिया है. साथ ही घटनास्थल से तीन महिलाओं को हिरासत में लिया गया है.
धनबाद एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने मीडिया को घटना की जानकारी देते हुए कहा कि माहौल खराब करने वाले किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा. उन सब को जेल भेजा जायेगा. SDM सुरेंद्र कुमार ने कहा, वार्ता के बाद माहौल को खराब किया गया है.
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन, एसीसी प्रवंधन और आंदोलनकारियों के बीच शांति पूर्ण वार्ता समाप्ति के बाद प्रवंधन के सुरक्षा सलाहकार ने माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया. आंदोलन कर रहे ग्रामीणों के साथ तू तू-मैं मैं से तनाव हुआ.
जिसके फलस्वरूप पुलिस बल पर पथराव किया गया. जबावी कार्रवाई में पुलिस को लाठीचार्ज कर भीड़ को तितरबितर करना पड़ा है. एसडीएम ने कहा वार्ता में शामिल लोगों के खिलाफ एफआयीआर करेंगे. क्योंकि उन्होंने अपनी जबावदेही का निर्वहन नहीं किया जिससे माहौल बिगड़ा फलस्वरूप पथराव तथा लाठीचार्ज की नौबत आयी.
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यह है पूरा मामला
सिंदरी स्थित एसीसी प्लांट के मुख्य द्वार पर अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सैकड़ो ग्रामीण नियोजन सहित कई मांगो को लेकर सोमवार को धरना दे रहे थे. सोमवार को अहले सुबह एसीसी प्लांट के मुख्य द्वार पर ग्रामीणों ने भारी उपस्थिति से एसीसी की ट्रांसपोर्टिंग का कार्य पूरी तरह से ठप कर दिया. साथ ही प्लांट में वर्कर और प्रवंधन की आवाजाही रोक दी.
टाइगर फोर्स एवं झारखंड विकास श्रमिक संघ के बैनर तले आयोजित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम का नेतृत्व टाइगर फोर्स जिला अध्यक्ष एवं भाजपा नेता धर्मजीत सिंह कर रहे थे.
धर्मजीत की अगुवाई में आयोजि विशाल धरना की सूचना पर धनबाद के एसडीएम सुरेंद्र कुमार और सिंदरी डीएसपी अजीत कुमार सिंहा के साथ सिंदरी, बलियापुर एवं गौशाला पुलिस दलबल के साथ पहुंची. ताकि ग्रामीणों की मांगों को सुनकर उचित कार्रवाई की जा सके. लेकिन शायद होनी को कुछ और मंजूर था.
प्लांट के मुख्य द्वार पर ही एसडीएम ने स्थानीय लोगों से वार्ता की और उनकी समस्याओं को सुना. इसके बाद धनबाद एसडीएम ने ACC के प्रबंधक से भी वार्ता की. जिसके बाद एसडीएम की अध्यक्षता में ग्रामीणों की मांगों पर एक बैठक शुरू हुई. जिसमें धरना दे रहे तमाम ग्रामीणों के साथ एसीसी प्लांट के प्रबंधन भी शामिल थे.
बैठक में लगभग सहमति बन ही चुकी थी, ACC और स्थानीय ग्रामीणों के बीच अगली वार्ता के लिए आगामी शुक्रवार को एकवक्त तय किया जिसके बाद धरना खत्म कर दिया गया. तभी किसी बात को लेकर ग्रामीण और एसीसी के सुरक्षा अधिकारी संतोष यादव के बीच नोकझोंक शुरू हो गयी. देखते ही देखते मामला बिगड़ने लगा, नौबत लाठीचार्ज तक जा पहुंचा.
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…..और देखते ही देखते मामला बिगड़ने लगा
एसीसी के सुरक्षा अधिकारी संतोष यादव ने वार्ता समाप्ति के उपरांत जब धरना प्रदर्शन कर रहे लोग लौटने लगे तो उन्हें उकसाने का काम किया. फलस्वरूप ग्रामीण भड़क उठे और बीच बचाव में उतरी पुलिस पर किसी ने पथराव कर दिया. फिर ग्रामीण और पुलिस के बीच जमकर बवाल हुआ.
बताया जा रहा है कि मौके पर मौजूद एसडीएम और सिंदरी डीएसपी ने ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन हंगमा बढ़ता गया. अंततः हंगामे को शांत कराने को लेकर पुलिस ने ग्रामीणों को वहाँ से हटाने के लिए हल्की लाठीचार्ज कर दी. इसके बाद ग्रामीण आगबबूला हो उठें.
ग्रामीणों को लगा कि पुलिस प्रशासन भी प्लांट प्रबंधन का साथ दे रही है. इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. और समय के साथ ग्रामीणों की यह पत्थरबाजी उग्र होती गयी. पुलिस के लाठीचार्ज पर गुस्साए ग्रामीणों ने न सिर्फ पुलिस पर पत्थर बाजी की बल्कि एसीसी प्लांट के भीतर भी पत्थरों की बौछार कर दी.
ग्रामीणों ने सामने आयी पुलिस की गाड़ियों, पुलिस बल और एसडीएम धनबाद पर भी पत्थरों से हमला बोल दिया. जिसमें एसडीएम धनबाद को हल्की चोट भी आयी. इसके बाद ग्रामीण एसीसी प्लांट के मुख्य द्वार पर खड़े होकर प्लांट के अंदर पत्थर फेंकने लगे.
वहा रखी कुर्सियों को भी तोड़ दिया. जिसके बाद पुलिस को मामला शांत कराने और भीड़ को वहां से हटाने के लिए हवाई फायरिंग करनी पड़ी. फिलहाल, धनबाद एसडीएम ने प्लांट के समीप भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी है.
वहींं इस घटना को लेकर धनबाद एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने बताया कि फिलहाल क्षेत्र में 144 लागू कर दिया गया है . साथ ही 2 ग्रामीण महिला सहित एक महिला नेत्री को भी गिरफ्तार किया गया है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस आंदोलन में जो भी लोग शामिल थे सभी पर एफआयीआर दर्ज की जाएगी किसी को भी बक्सा नहीं जायेगा.
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धर्मजीत ने कहा…
धरना प्रदर्शन कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे टाइगर फोर्स जिला अध्यक्ष एवं भाजपा नेता धर्मजीत सिंह ने कहा है कि मजदूरों एवं ग्रामीणों के विरोधी नहीं चाहते कि मजदूर और ग्रामीणों को उनका हक व अधिकार मिले.
इसी मंशा के तहत आज एसीसी सीमेंट फैक्ट्री सिंदरी में 8 सूत्री मांगों को लेकर हुए सफल आंदोलन को विफल करने की कोशिश की गयी है.
धर्मजीत ने कहा कि त्रिपक्षीय वार्ता जिसमें स्वयं धनबाद के एसडीएम और एसीसी प्रबंधन के साथ सफल वार्ता किया गया. एसीसी प्रबंधन ने शुक्रवार तक का समय मांगा और उन्हें यह मोहलत दे दी गयी.
इसके बाद आंदोलन समाप्त हो गया. फिर खबर मिलती है की एसीसी फैक्ट्री में कुछ अज्ञात लोग नारेबाजी करते हुए जमावड़ा लगा रहे हैं और ऐसी हरकत उन्होंने किया जिससे पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
धर्मजीत ने कहा कि यहां यह गौर करने की बात है कि हमारा आंदोलन सफल हो चुका था. हमारी वार्ता पूरी हो चुकी थी. फिर वहां उनके विरोधियों ने हंगामा किया. जो लोग वहां पर हंगामा कर रहे थे वे हमारे नहीं थे.
धर्मजीत सिंह ने कहा कि हंगामा कर माहौल बिगाड़ने वाले कौन थे? इसकी जांच प्रशासन करें. उन्होंने कहा कि वह खुद जानना चाहते हैं कि वह कौन लोग थे जो ग्रामीणों- मजदूरों के आंदोलन को बदनाम करना चाहते थे.
कहा- हम प्रशासन से आग्रह करते हैं कि अविलंब जांच करके सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर उन लोगों पर कार्रवाई की जाए और जो निर्दोष लोग हैं उन्हें अविलंब रिहा किया जाए.
धर्मजीत ने कहा कि हम ग्रामीण एवं मजदूर विरोधियों को सचेत करते हैं कि आप के लाख प्रयास से भी हमारा आंदोलन कमजोर नहीं हो सकता है. बदनाम नहीं हो सकता है.
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