
Ranchi: सिमडेगा में मरीज बेहाल हैं. वे स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार चाहते हैं. 200 रुपये के अल्ट्रासाउंड की खातिर उन्हें 4000 रुपये खर्च करके राउरकेला, रांची या दूसरे जिलों में जाना पड़ रहा है. गरीब रोगियों के लिए सदर अस्पताल ही एकमात्र सहारा है. सीएचसी और पीएचसी में मेडिकल स्टाफ की कमी है.
यहां तक कि सदर अस्पताल के पास एक भी एंबुलेंस ऐसा नहीं है जिसके पास दूसरे राज्यों में जाने का समुचित लाइसेंस और कागजात हो. सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा और कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने गुरुवार को मंत्री बन्ना गुप्ता से भेंट कर मदद मांगी. दोनों ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और अनुबंधकर्मियों की सेवा रेगुलर करने की भी मांग की.
इसे भी पढ़ें – रांची में कोरोना से एक और की मौत, कोकर का रहनेवाला था


रास्ते में ही जान गंवा देते हैं मरीज




विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी के अनुसार सिमडेगा में अधिकांश लोग स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सदर अस्पताल पर ही आश्रित हैं. यहां भी पूरी तरह से मेडिकल टीम नहीं है. अलग-अलग प्रखंडों में बनी पीएचसी में भी यही समस्या है. मात्र 40 फीसदी डॉक्टर ही सिमडेगा में उपलब्ध हैं. महिला डॉक्टर, टेक्निशियन की भी कमी है. अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे जैसी सुविधाएं भी नहीं मिल पातीं. ऐसे में गंभीर केस में डॉक्टर मरीजों को कहीं और रेफर कर देते हैं. ऐसी स्थिति में कई बार रास्ते में ही मरीज की मौत हो जाती है.
सदर अस्पताल में 3 एंबुलेंस हैं. पर राउरकेला, पश्चिम बंगाल जाने के लिए उनके पास कागजात नहीं हैं. ऐसे में इसका लाभ भी ठीक से लेना गरीबों के लिए मुश्किल है. खेतीबारी के भरोसे जीनेवाले किसानों के लिए अपने स्तर से प्राइवेट क्लिनिक में जांच कराना आफत ही है. स्वास्थ्य मंत्री से मिल कर हेल्थ डिपार्टमेंट, सिमडेगा में अनुबंध पर काम कर रहे एएनएम, एमपीडब्ल्लू, लैब टेक्निशियन सहित दूसरे कर्मियों की सेवा रेगुलर करने की भी मांग की गयी है.
इसे भी पढ़ें – 170 करोड़ के घोटाला मामले में ACB की जांच पूरी, निरंजन कुमार के खिलाफ दर्ज हो सकती है FIR
मंत्री ने दिया है भरोसा
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने विधायक नमन विक्सल कोंगाडी और भूषण बाड़ा को सिमडेगा में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने का भरोसा दिया है. उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर सभी समस्याओं का समाधान किया जायेगा. जल्दी ही डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली भी जायेगी.
इसे भी पढ़ें – गढ़वा: कोरोना से मुक्ति और 5000 रुपये खाते में मंगाने के लिए महिलाएं आधार व पासबुक पूजा की थाली में रख कर रहीं छठव्रत