
Ranchi. राज्य के महानायक सिद्धो-कान्हो के वंशज रामेश्वर मुर्मू हत्याकांड की जांच अब सीबीआइ करेगी. सीएम हेमन्त सोरेन ने इस पर अपनी सहमति दे दी है. मामले की जांच के लिए डीजीपी, झारखंड ने सीएम के पास अनुमोदन के लिए प्रस्ताव भेजा था. सरकार की इस पहल से अब रामेश्वर मुर्मू के परिजनों और दूसरे लोगों को भरोसा है कि हत्याकांड में शामिल लोगों और कारणों का पता चल सकेगा.
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM ने अमर शहीद सिद्धो-कान्हो के वंशज स्वर्गीय रामेश्वर मुर्मू की हत्या की जांच #CBI से कराने के प्रस्ताव पर सहमति दी है। स्वर्गीय रामेश्वर मुर्मू की हत्या 12 जून 2020 को हुई थी। मामला साहेबगंज के बरहेट थाना में दर्ज है। @MVRaoIPS @JharkhandPolice
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) September 26, 2020
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परिजनों ने की थी सीबीआइ जांच की मांग
रामेश्वर मुर्मू की हत्या के बाद मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग राज्य सरकार से लगातार की जा रही थी. विभिन्न दलों, संगठनों ने इस मामले में सरकार को आगे बढने को कहा भी था. यहां तक कि सीएम हेमंत सोरेन से भेंट कर सिद्धो-कान्हो के वंशजों ने भी इसके लिए मांग भी की थी.
उन्होंने कहा था कि यह सुनियोजित हत्या है. सीएम ने इसे दुखद घटना बताते हुए उनकी मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया था. कहा था किसी भी स्तर से जांच कराने से राज्य सरकार कभी पीछे नहीं हटी है.
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12 जून को हुई थी हत्या
रामेश्वर मुर्मू हत्याकांड की घटना साहेबगंज जिला के बरहेट थाना में रजिस्टर्ज है. 17 जून को दर्ज इस मामले (कांड संख्या-97/2020, धारा-302) के अनुसार 12 जून, 2020 को भोगनाडीह में रामेश्वर मुर्मू की हत्या की गयी थी. गांव के बाहर 13 जून की सुबह उनका शव मिला था. वीर शहीद सिद्धो-कान्हो की छठवीं पीढी के वंशज मुर्मू की हत्या को लेकर लोग काफी गुस्से में थे.
पुलिस प्रशासन पर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भारी दबाव था. पुलिस की दबिश के कारण हत्याकांड में शामिल एक आरोपी सद्दाम अंसारी ने 24 जून को साहिबगंज कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. इसके बाद भी राज्य की विपक्षी पार्टियां सीबीआई जांच कराने और रामेश्वर के तीनों बच्चों की नि:शुल्क पढ़ाई की मांग लगातार कर रहे थे.
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