
NewDelhi : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने एक वीडियो जारी करते हुए दावा किया कि 2016 में नोटबंदी के बाद 15 से लेकर 40 प्रतिशत तक कमीशन के एवज में नोट बदले गये. हालांकि सिब्बल ने जो वीडियो जारी किया कि इसकी प्रमाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पायी है. यह पूछे जाने पर कि वह इस मामले में अदालत जायेंगे तो उन्होंने इससे इनकार किया. सिब्बल ने आरोप लगाया कि नोटबंदी के दौरान पुराने नोट बदलने के लिए अधिकारियों की एक टीम का गठन किया गया था, जिसका नेतृत्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कर रहे थे. इस टीम में विभिन्न विभागों के अधिकारी थे.
इसे भी पढ़ेंः हिटलर आज जिंदा होता, तो वह पीएम मोदी की करतूत देखकर खुदकुशी कर लेता : ममता
सीबीआई और एनआईए मोदी सरकार के कब्जे में
मंत्रियों और व्यवसायियों के पैसे प्लेन के माध्यम से हिंडन एयरबेस ले जाये गये और वहां से इसे रिजर्व बैंक ले जाया गया. कहा कि पैसे 35 से 40 प्रतिशत कमीशन लेकर बदले गये. उन्होंने कहा, नोटबंदी भारत के इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला है. यह दुख की बात है कि हमारी एजेंसी विपक्ष के लोगों की जांच करेगी, लेकिन उन लोगों की नहीं जो सत्ता में हैं. सिब्बल ने अपने बयान के सहारे मध्य प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से चल रहे छापे पर की ओर भी संकेत किया. कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने नोटबंदी को सबसे बड़ा घोटाला करार देते हुए कहा, पिछलों पांच वर्षों में आपने देखा कि पानी की तरह पैसा बहता है.
इसकी झलक इन वीडियो में दिखी है. अगर कोई बैंकर, सरकारी कर्मचारी, सरकार के लोग मिलकर 15 से 40 फीसदी कमीशन कमाये तो इससे बड़ा कोई अपराध नहीं है. यह राष्ट्रद्रोह है. सिब्बल ने कहा, जांच एजेंसियां विपक्षी दलों के नेताओं की जांच करेंगी लेकिन इनके मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों की कोई जांच नहीं होगी. सिब्बल की मानें तो ऐसा लगता है कि ईडी, सीबीआई और एनआईए मोदी सरकार के कब्जे में है. सिब्बल ने कहा, समय आ गया है कि लोकतंत्र बचाने का काम जनता करे.