
Jamshedpur : जमशेदपुर के कॉमर्शियल भवनों में नक्शे का विचलन कर पार्किंग की जगह धड़ल्ले से दुकानें चलायी जा रही हैं. यह खेल भवन मालिकों और जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया के अधिकारियों की मिलीभगत से चलाया जा रहा है. नक्शे में इन कॉमर्शियल भवनों के बेसमेंट को पार्किंग एरिया दिखाया गया है, लेकिन कहीं भी बेसमेंट में पार्किंग नहीं है. जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया के अधिकारियों इस मामले पर कार्रवाई करने के बदले चुप्पी साधे बैठे हैं.
सड़क बनी पैसे कमाने का जरिया
पिछले कुछ समय से टाटा स्टील और जिला प्रशासन द्वारा जमशेदपुर की सड़कों के चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण करने के नाम पर सड़क पर से अवैध अतिक्रमण को हटाया जा रहा है. वहीं नोटिफाइड एरिया को सरकार का राजस्व को बढ़ाने की इतनी चिंता है कि जिस भी सड़क को चौड़ा किया जाता है, कुछ दिन बाद उसे पार्किंग के लिए ठेके पर दे दिया जाता है. वहीं भवनों में हो रहे नक्शा विचलन और बेसमेंट पार्किंग की तरफ नहीं जाता है. इस बारे में जानकारी के लिए जेएनएसी के स्पेशल ऑफिसर को फोन करने पर उन्होंने फोन नहीं उठाया.
सड़क पर लगता है जाम
बाजरों और कॉमर्शियल भवनों में पार्किंग की जगह दुकानें बना देने से लोग सड़क पर ही अपनी गाड़ियों को पार्क करते हैं. जिसके कारण जमशेदपुर के सड़कों पर आये दिन जाम के हालात बनते रहते हैं. बाजारों के अंदर बने इन भवनों के अंदर फायर सेफ्टी का भी कोई खयाल नहीं रखा जाता है.
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