
Mumbai : यूपी के हाथरस गैंगरेप मामले में सियासत तेज हो गई है. अब मामले में शिवसेना भी कूद पड़ी है. शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख से मांग की है कि हाथरस मामले में मुंबई में भी मामला दर्ज हो और इसकी जांच मुंबई पुलिस से भी करायी जानी चाहिए. प्रताप सरनाईक ने यूपी सरकार और पुलिस पर तंज कसते हुए कहा कि जिस तरह यूपी में पुलिस ने रात में जबरन पीडिता के शव का अंतिम संस्कार किया उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं. पुलिस ने परिवार की अंतिम इच्छा को नकारते हुए परिवार को दूर रखा और खुद की अंतिम संस्कार कर दिया.
हाथरस कांड: योगी सरकार की कड़ी कार्रवाई, एसपी-सीओ समेत कई पुलिसकर्मी निलंबित
जरूरत पड़े तो मामले में सीबीआई जांच भी हो
प्रताप सरनाईक ने इस मामले को सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जोड़ते हुए कहा कि जिस तरह से सुशांत सिंह राजपूत के मामले में बिहार पुलिस ने अपने राज्य में मामला दर्ज किया था उसी तरह हाथरस के मामले में भी मुंबई में मामला दर्ज होना चाहिए. इसके बाद जरूरत पड़े तो मामला सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए. दूसरी ओर पीडिता के गांव के पास अभी भी पुलिस का कड़ा पहरा है. योगी सरकार ने इस प्रकरण में लापरवाही बरतने के आरोप में जिले के पुलिस अधीक्षक, एक डीएसपी और संबंधित थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है. इतना ही नहीं पुलिस और पीडित परिवार के बयानों में विरोधाभास की वजह से आरोपियों के साथ-साथ पीड़ित परिवार का भी नारको टेस्ट कराने की बात कही जा रही है.
इसे भी पढें :हिमाचल प्रदेशः पीएम 9 किमी से ज्यादा लंबी अटल टनल का आज करेंगे उद्घाटन,सामरिक नजरिये से महत्वपूर्ण
पुलिस ने गैंगरेप की घटना से इंकार किया
गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व हाथरस की एक युवती के साथ गैंगरेप हुआ था. पीड़िता की इलाज के दौरान ही मौत हो गयी थी. पीडित़ा के परिजनों का कहना है कि युवती के साथ न सिर्फ गैंगरेप हुआ बल्कि उसकी रीढ़ और गर्दन की हड्डी भी तोड़ दी गयी. युवती कुछ बता न सके इसके लिए जीभ भी काट ली गयी थी. यूपी पुलिस का कहना है किजांच में गैंगरेप के साक्ष्य नहीं मिले थे. इस घटना के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन जिस तरह से यूपी पुलिस मामले की जांच कर रही है उससे कई सवाह खड़े हो गये हैं.
इसे भी पढ़ें : Hathras Case पर सियासत तेज: आज फिर पीड़िता के परिवार से मिलने जा सकते हैं राहुल, प्रशासन की घेराबंदी