
Zeb Akhtar
Ranchi : देशभर में मुस्लिमों के बीच आज की रात शब-ए-बरात का पर्व मनाया जाना है. आज रात को खुदा से गुनाहों की माफी और अमन की बरकत मांगने का मौका है. मुस्लिम भाई इस त्योहार को इसी नीयत और हुक्म के साथ मनाते हैं. लेकिन कोरोना के खौफ से जारी लॉकडाउन ने त्योहारों को भी फीका बना दिया है.
रामनवमी के बाद इसका असर अब मुसलमानों के शब-ए-बरात पर भी पड़ा है. देश के तमाम हिस्सों से मुस्लिम इलाकों से खबर आ रही है कि वे शब-ए-बरात को अपने घरों में ही रहकर मनायेंगे. इस रात को कब्रिस्तान जाने की भी परंपरा रही है.
लोग अपने परिजनों की कब्र पर खिराज-ए-अकीदत पेश करने जाते हैं. लेकिन इस बार ऐसा नहीं करने का फैसला लिया गया है. इसके लिए मस्जिदों से ऐलान हो रहे हैं. और उलेमा (विद्वान) लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने हिदायत लोगों को दे रहे हैं.
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मस्जिदों की ओऱ से हे रही अपील
रांची में इस तरह के एलान सभी मस्जिदों की ओर से किये जा रहे हैं. जो भी मुस्लिम इलाके हैं, वहां शब-ए-बरात को लेकर खास ऐहतियात बरती जा रही है. गौरतलब है कि बुधवार को कोरोना को नौ नये मामले सामने आये हैं.
जिनमें से पांच रांची की हिंदपीढ़ी के हैं. इस तरह रांची, हिंदपीढ़ी रांची में ही कोरोना के सात मामले हो गये हैं. सावधानी बरतने के लिए हिंदपीढी में कर्फ्यू भी लागू है. तो आइये जानते हैं, रांची के उलेमा ने शब-ए-बरात, कोरोना और लॉकडाउन को लेकर लोगों से क्या अपील की है.
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मौलाना ओबेदुल्ला कासिमी
एकरा मस्जिद के एमाम मौलाना ओबेदुल्ला कासिमी ने इस साल शब-ए-बरात को खास एहतियात और सादगी के साथ मनाने की सलाह दी है. उन्होंने कहा है कि लोग घरों में रहें और इबादत करें. कब्रिस्तान जाने को उन्होंने इस साल के लिए स्थगित रखने की बात कही है. कहा है कि चूंकि शब-ए-बरात की इबादत नफील इबादत है.
और नफील का ज्यादा सवाब (पुण्य) घर पर रहकर इबादत से ही हासिल किया जा सकात है. उन्होंने मुस्लिमों से अपील करते हुए कहा है कि देश मुश्किल हालात से गुजर रहा है. ऐसे में हमें लॉकडाउन और दूसरी पाबंदियों का ख्याल रखना है.
मौलाना अनवार कासिमी
इमारत-ए-शरिया के राज्य प्रभारी मौलाना अनवार कासिमी ने लोगों से अपील की कि वे घरों में रहें. घरों में रहकर इबादत करें. औऱ लॉकडाउन का सख्ती से पालन करें.
प्रशासन का सहयोग करें. ऐसे मुश्किल समय में घरों से निकलना या कब्रिस्तान जाना कहीं से भी बेहतर नहीं होगा. और शब-ए-बरात का सवाब नफील इबादत में है. इसलिए इस इबादत को घर में करना और ज्यादा फायदेमंद और बरकत वाला है.
मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी
अदार-ए-शरिया के राज्य सचिव मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने लोगों से शब-ए-बरात के मौके पर घरों में ही रह कर इबादत करने की गुजारिश की है. साथ ही कहा इस साल कब्रिस्तान पर न जायें.
इससे भीड़ जमा होगी और कोरोना वायरस को फैलने का मौका मिलेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि कौम को प्रशासन की मदद करने की जरूरत है. उन्होंने बेवजह सड़कों पर निकलने से लोगों को मना किया है.
मौलाना तहजीबुल हसन रिजवी
शिया पर्सनल बोर्ड झारखंड के चेयमैन मौलाना तहजीबुल हसन रिजवी ने लोगों से अपील की है कि भीड़ लगाकर इबादत नहीं करें. चाहे वो घर हो या मस्जिद. कब्रिस्तान जाने से इस साल परहेज करें. और अपने बुजुर्गों के लिए घर से ही दुआ करें. प्रशासन की मदद करें. और लॉकडाउन का सख्ती से पालन करें. इसी में कौम की भलाई और आफियत है.