
Mumbai: दुनियाभर में मंदी की गंभीर आशंका और अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध के बीच मिले-जुले वैश्विक संकेतों एवं विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली से बुधवार को शुरुआती कारोबार में घरेलू शेयर बाजार में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव का रुख देखने को मिला.
बीएसई सेंसेक्स पर पहले 15 मिनट के कारोबार में 200 अंक तक का उतार-चढ़ाव देखने को मिला. सुबह साढ़े नौ बजे 11.30 यानी 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ सेंसेक्स 36,551.78 अंक पर रहा. वहीं, एनएसई निफ्टी 4.50 अंक यानी 0.04 प्रतिशत फिसलकर 10,793.40 अंक पर था.
कुछ देर बाद सेंसेक्स 70 अंक लुढ़ककर 36 500 के नीचे आ गया, वहीं निफ्टी में भी 30 अंकों की गिरावट दर्ज की गयी. विफ्टी 10770 के स्तर पर कारोबार करता दिखा.


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इससे पहले मंगलवार को सेंसेक्स 769.88 अंक यानी 2.06 प्रतिशत का गोता लगाकर 36,562.91 अंक एवं निफ्टी 225.35 अंक यानी 2.04 फीसदी टूटकर 10,797.90 अंक पर बंद हुआ था.
बुधवार को शुरुआती कारोबार में सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, आरआईएल, मारुति और टाटा मोटर्स के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट का रुख रहा. शुरुआती कारोबार में बैंकिंग और ऑटो सेक्टर शेयर लाल निशान पर आ गये.
वहीं, आइटीसी, भारती एयरटेल, एसबीआइ, पावरग्रिड, हीरो मोटोकॉर्प, वेदांता और एलएंडटी के शेयरों में बढ़त देखने को मिली.
शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध आधार पर 2,016.20 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे. वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1,251.35 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.
डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे मजबूत
विदेशी बाजारों में डॉलर के कमजोर होने से बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 19 पैसे मजबूत होकर 72.20 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया.
घरेलू शेयर बाजार में मंगलवार को भारी गिरावट, वृहद आर्थिक परिदृश्य के कमजोर होने के कारण रुपया 97 पैसे फिसलकर नौ माह के सबसे निचले स्तर 72.39 पर पहुंच गया था.
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अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया 19 पैसे मजबूत होकर 72.20 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर खुला. हालांकि, भारतीय मुद्रा अपनी मजबूत बढ़त बरकरार नहीं रख सका एवं करीब दस बजे तीन पैसे फिसलकर 72.23 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर आ गया.
विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि अमेरिकी डॉलर के अन्य विदेशी मुद्राओं की तुलना में कमजोर पड़ने से घरेलू मुद्रा को मजबूती मिली.
हालांकि, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों एवं विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली के कारण रुपये की मजबूती सीमित रही. वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट कच्चे तेल का वायदा 0.21 प्रतिशत की तेजी के साथ 58.38 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
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