
चीन के उरूमची में एक इमारत में आग लगने की वजह से 10 लोगों की जान चली गई. लोगों का मानना है कि सख़्त कोविड प्रतिबंध इन मौतों की वजह है. हालांकि, प्रशासन इस आरोप को ख़ारिज कर रहा है. लेकिन इन मौतों के बाद चीन की जनता का कोरोना प्रतिबंधों के ख़िलाफ़ ग़ुस्सा फूट गया है और वो सड़कों पर आ गए हैं. लोग राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ख़िलाफ़ भी नारेबाज़ी कर रहे हैं. चीन में ऐसे विरोध प्रदर्शन असमान्य हैं.

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चीन में कड़ाई के बावजूद कोरोना के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए जा रहे हैं. बुधवार को चीन में कोरोना के 31 हज़ार 527 नए मामले दर्ज किए गए जो कि अप्रैल के पीक 28 हज़ार से अधिक हैं. माना जा रहा है कि चीन की ज़ीरो कोविड पॉलिसी ने कोरोना से मरने वालों की संख्या को कम किया है लेकिन इसकी वजह से अर्थव्यवस्था और आम लोगों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
लंदन पहुंचा चीन का प्रदर्शन, दूतावास के बाहर जुटे लोग
कोरोना की रोकथाम के लिए कड़े प्रतिबंधों के ख़िलाफ़ चीन में हो रहे प्रदर्शनों के बीच लंदन में चीन के दूतावास के बाहर रविवार को सैकड़ों लोग जुटे. इनमें से कुछ ने फूलों और मोमबत्तियों के ज़रिए उन लोगों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने चीन के उरूमची में एक इमारत में आग लगने की वजह से जान गंवा दी. चीन में अधिकतर लोग सख़्त कोरोना प्रतिबंधों को इन मौतों की वजह बता रहे हैं. हालांकि, चीनी प्रशासन इस आरोप को ख़ारिज कर रहा है. चीन में सरकार की ‘ज़ीरो कोविड नीति’ के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर विरोध बढ़ रहा है. लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग (सामाजिक दूरी) को लागू करने के लिए लगाई गई पाबंदियों को तोड़ दिया है और अब बड़ी तादाद में लोग शहरों और यूनिवर्सिटी कैंपस में सड़क पर उतर आए हैं.