
Ranchi: नौकरी देने के मामले में एसबीसी एक्सपोर्ट लिमिटेड हमेशा से विवादों में रही है. एसबीसी ने इससे पहले राज्य खाद्य निगम के लिए लोगों की नियुक्ति की थी. तब कंपनी ने बड़ी संख्या में कंप्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति के लिए लोगों से आवेदन मंगाये थे.
कंप्यूटर ऑपरेटर पद पर नियुक्ति के लिए लोगों से बड़ी रकम लेकर नियुक्त करने का आरोप कंपनी पर लगा था. जब कंपनी पर आरोप लगा था, तो काफी हो-हंगामा हुआ था. लेकिन एक बार फिर से सरकार में मैनपावर आउटसोर्स करने के लिए कंपनी को काम मिल जाता है.
ऐसा होना अपने-आप में एक सवाल है. सवाल यह है कि आखिर विभाग की ऐसी क्या मजबूरी रही होगी कि दोबारा से उसी एजेंसी को मैन पावर आउटसोर्स करने का काम दे दिया गया.
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स्टिंग में हुआ खुलासा, सरेराह पैसा मांग नौकरी दे रही है कंपनी
अब एक बार फिर 400 से अधिक पदों पर नियुक्ति के लिए पैसे लेने का आरोप कंपनी पर लग रहा है. विभाग की ओर से कंपनी को उम्मीदवारों का चयन करने की जिम्मेदारी दी गयी थी, लेकिन एसबीसी ने स्थानीय प्लेसमेंट एजेंसियों को उम्मीदवार जुटाने को कहा है.
वर्तमान में समाज कल्याण विभाग के लिए कंपनी जिला कॉर्डिनेटर, जिला प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर, ब्लॉक कॉर्डिनेटर, ब्लॉक प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर की नियुक्ति कर रहा है. इसके लिए आवेदन की विस्तृत जानकारी गिने-चुने अखबारों में दी थी.
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प्लेसमेंट एजेंसी के लोग कर रहे थे डील
बीते सोमवार को भी कंपनी की ओर से पैसे लेकर बहाली करने का मामला प्रकाश में आया था. लोगों को साक्षात्कार के लिए हिनू में बुलाया गया था. लेकिन इंटरव्यू कब और कहां होगा इसकी जानकारी उम्मीदवारों को स्पष्ट रूप से नहीं दी गयी थी.
हिनू में स्थानीय प्लेसमेंट एजेंसी के लोग ही उम्मीदवारों से उनका बायोडाटा ले रहे थे. ये स्थानीय प्लेसमेंट एजेंसी के प्रतिनिधि उम्मीदवारों को 70 से 80 हजार रुपये देने पर नौकरी देना सुनिश्चित कर रहे थे.
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