
Ranchi : सीएम हेमंत सोरेन सोमवार को 14 राइस मिल की सौगात राज्यवासियों को देंगे. 10 जिलों के किसानों को इसका लाभ मिलेगा. गढ़वा, पलामू, लातेहार, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, गुमला, सिमडेगा, धनबाद, बोकारो और गोड्डा जिले इसमें शामिल हैं. राज्य सरकार के मुताबिक राइस मिल्स के खुलने से राज्य के मेहनती किसान पहले से ज्यादा धान बेच सकेंगे. आधुनिक राइस मिल के खुलने से रोजगार के अवसर भी स्थानीय स्तर पर बनेंगे. साथ ही अर्थव्यवस्था भी मबजूत होगी. विधायक और पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने सरकार के इस फैसले की सराहना करते हुए किसान हित में कुछ और भी कदम उठाने की सलाह दी है.
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सफलता के लिये उठाएं ये कदम भी
सोशल मीडिया के जरिये सरयू राय ने सोमवार को अपनी बात रखते हुए कहा कि नये चावल मिल का खुलना और सरकारी दर पर धान खरीदने की प्रक्रिया को मजबूत करना सराहनीय है. पर इतने भर से सफलता नहीं मिलने वाली. सरकार को चाहिये कि वह राज्य खाद्य निगम, लैंप्स, पैक्स, बाजार समितियों को ठीक करे. निगम गोदाम बनाकर किसानों को धान रखने की सुविधा दे. कृषि आधारित उद्योगों के लिए अलग कृषि उद्योग नीति बनाये.
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JIADA कर रहा मदद
गौरतलब है कि राइस मिलों की स्थापना के लिए जियाडा (JIADA) की ओर से रियायती दर पर जमीन उपलब्ध करायी जा रही है. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, झारखंड ने अपील करते हुए कहा है कि निवेशकों को चाहिये कि वे सामने आएं और रियायती दर पर मिल रही जमीन का लाभ लें.
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