
Jamshedpur : जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से मनरेगा घोटाले में आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल को क्लीन चिट दिये जाने की जांच की मांग करते हुए सरकार से उनके खिलाफ चली जांच से संबंधित फाइल देने की मांग की है. सरयू राय ने कहा है कि वे फाइल के लिए शुल्क अदा करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा है कि पूजा सिंघल को क्लीन चिट देने का राज संबंधित संचिका में है. बता दें कि पूर्ववर्ती सरकार के समय पूजा सिंघल पर विभागीय कार्रवाई का अभियोग चलाया गया था और बाद में सरकार ने उन्हें 7 फरवरी 2017 को आरोप मुक्त कर दिया था. उन पर चल रही विभागीय कारवाई बंद कर दी गयी थी और उन्हें क्लीन चिट मिल गयी थी. पूजा सिंघल को मनी लांड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया है और फिलहाल वे न्यायिक हिरासत में इडी के रिमांड पर हैं. सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया है.
संचिका में दफन राज की जांच जरूरी
राय ने मुख्य सचिव से कहा है कि पूजा सिंघल पर मनरेगा घोटाला का आरोप 2014 में पूर्ववर्ती सरकार बनने के पहले का है. 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी लागू हुई, तो पहले का काला लेनदेन सफेद हो गया. 2017 में उन्हें उस समय की सरकार ने क्लीन चिट दे दी. अब प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हीं आरोपों में उन्हें पकड़ा है. 2018 में पूजा सिंघल ने सरावगी नामक बिल्डर से पल्स अस्पताल का अर्द्धनिर्मित भवन खरीदा. उसे पूरा बनाया. 2020 में वहां कोविड का इलाज चलने लगा. अब प्रवर्तन निदेशालय उनसे पल्स में निवेश का हिसाब मांग रहा है. निश्चित रूप से यह निवेश नोटबंदी लागू होने और 2020 के बीच का है. सरयू राय ने मुख्य सचिव से कहा है कि ऐसी स्थिति में पूजा सिंघल को क्लीन चिट देने का राज संबंधित संचिका में है. इस संचिका में दफन राज की जांच आपको अपने स्तर से करनी चाहिए. उन्होंने संचिका की छाया प्रति उपलब्ध कराने की मांग करते हुए कहा कि सूचना प्राप्त करने के लिए वह आरटीआई के तहत निर्धारित शुल्क देने को तैयार हैं.


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