
Jamshedpur : सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां स्थित आमदा में निर्माणाधीन पांच सौ बेड के अस्पताल का निर्माण 11 साल बाद भी पूरा नहीं हो सका है. करीब 154 करोड़ की लागत से बन रहे इस अस्पताल का निर्माण कार्य दो-तीन साल पहले ही पूरा कर लिया जाना था, लेकिन कार्य की गति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 11 साल बीतने के बाद भी इस अस्पताल का निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है. इतना ही नहीं, पिछले दो महीने से अस्पताल का निर्माण कार्य भी ठप है. साथ ही निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को पिछले छह महीने से वेतन भी नहीं मिला है.
यह खुलासा अस्पताल के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने किया है. उनका कहना है कि ठेकेदार के कर्मचारी निर्माणस्थल से काम छोड़कर घर चले गये हैं. इससे अस्पताल का निर्माण कार्य एकबार फिर अधर में लटक गया है. बता दें कि इस अस्पताल के निर्माण हो जाने पर सरायकेला और खरसावां सहित पूरे कोल्हान के लोगों को लाभ मिलता.
डीसी से लगाई वेतन दिलाने की गुहार
इसके लिये ठेकेदार को जिम्मेदार ठहराते हुये मजदूरों ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगायी है. मंगलवार को मजदूरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिले के उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर बकाये वेतन के जल्द भुगतान कराने की मांग की है. इन मजदूरों का कहना है कि वे काफी पहले से अस्पताल के निर्माण कार्य में लगे हुये हैं. इस बीच पिछले छह महीने से उन्हें वेतन नहीं दिया गया है. इससे उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं, मजदूरों ने कहा कि बकाया मजदूरी नहीं मिलने पर बाहर से आये कई मजदूर वापस अपने घर लौट गये हैं. इस दौरान कुल 44 मजदूरों ने हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा. इसमें शशि कपूर प्रधान, बंसी प्रधान, कमल कांता ताती, बैजयंती पूर्ति, राजू पूर्ति, बसंत कुमार प्रधान, हुदा आनंद प्रधान भीमसे प्रधान, यादव प्रधान, सजनी कुई, सुनीता पूति, किरण पूति,सोमवारी पूर्ति, मुक्ता पूति, मुंडा गागराई, बबली बेहरा, रीना बेहरा,अंजलि प्रधान, लालू प्रधान, पायल माझी, लक्ष्मी देवी, विक्रम प्रधान,आनंद प्रधान, सनत प्रधान सहित अन्य मजदूर शामिल हैं.
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