
Jamshedpur: आदिवासी सेंगेल अभियान की संताली राजभाषा रैली 30 अप्रैल को है. रैली झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित होगी. इसके साथ ही सरना धर्म कोड के लिए दिल्ली कूच करने की भी तैयारी है. अभियान के मंच से झारखंड, बंगाल, बिहार, ओडिशा और असम में 2 मार्च से 3 अप्रैल तक 25 सेंगेल जनसभाओं कार्यक्रमों का जोरदार प्रचार प्रसार किया गया है.
सेंगेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू और केंद्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू ने सभी सेंगेल जनसभाओं को 5 प्रदेशों में संबोधित किया है. दोनों 5 अप्रैल को असम से लंबे दौरे के बाद जमशेदपुर वापस लौटे हैं. बताया कि फिर 10 अप्रैल को भुवनेश्वर, 12 अप्रैल को झारखंड के गोड्डा जिला के महागामा- महादेवबथन ), 13 अप्रैल दुमका जिला के रामगढ़ ), 14 अप्रैल गिरिडीह जिला के पीरटांड़- मोनाटंड, 15 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला के बलरामपुर, 16 अप्रैल को ओडिशा के मयूरभंज जिला के बरिपदा, 17 अप्रैल झाड़ग्राम जिला के नयाग्राम और 21 अप्रैल सरायकेला जिला के नीमडीह में जनसभाओं को संबोधित करेंगे.
मुख्य अतिथि होंगे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
सालखन मुर्मू ने बताया कि संताली भाषा राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त (8वीं अनुसूची में शामिल) सर्वाधिक बड़ी आदिवासी भाषा है जिसे झारखंड की प्रथम राजभाषा बनने – बनाने की योग्यता हासिल है. उन्होंने कहा कि 30 अप्रैल 2022 को मोरहाबादी मैदान रांची में 5 प्रदेशों के अलावा नेपाल, भूटान, बांग्लादेश से भी बड़ी संख्या में भाषाप्रेमी जमा होंगे. संताली राजभाषा रैली रांची में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आमंत्रित किया गया है.
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