
Ranchi. कोरोना संकट के बीच अब देश में स्पोर्टस एक्टिविटी शुरू होने को है. हॉकी इंडिया बेंगलुरू में सोमवार से नेशनल कैंप लगा रहा है. इसके लिए देशभर से 26 जूनियर महिला हॉकी प्लेयर्स को बुलाया गया है. इसमें झारखंड की तीन ख़िलाड़ी शामिल हैं-संगीता कुमारी, ब्यूटी डुंगडुंग और सुषमा कुमारी. इनमें से संगीता और ब्यूटी सिमडेगा में अपने अपने गांवों में रह रही थी. फिलहाल दोनों प्लेयर सोमवार को नेशनल कैम्प के लिए प्लेन से बेंगलुरू के लिए रवाना हो गयीं. हॉकी सिमडेगा ने इसमें जरूरी मदद की.
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सात माह से ट्रेनिंग प्रोग्राम था बंद


कोरोना संक्रमण के कारण मार्च महीने से इंडिया कैम्प कैंसिल था. इसके कारण संगीता और ब्यूटी सिमडेगा में थीं जबकि सुषमा कुमारी सीआरपीएफ के लखनउ कैम्प में. ब्यूटी और संगीता झारखंड सरकार के रांची स्थित एकलव्य हॉकी सेंटर रांची की ट्रेनी भी हैं. पर पिछले 7 महीने से हॉस्टल भी बन्द है. दोनों की पारिवारिक और आर्थिक स्थिति कमजोर रहने के कारण उन्हें घर पर रहते ट्रेनिंग, पौष्टिक आहार औऱ अन्य जरूरतों को लेकर समस्या आ रही थी.




जरूरतो के लिए उन्हें अपने घर और गांव में दूसरे के खेतों में धान रोपनी का काम करना पड़ रहा था. इससे वे अंडरवेट हो गयी थीं. हॉकी सिमडेगा के मनोज कोनबेगी और कमलेश्वर मांझी ने कुछ दिनों पहले सिमडेगा जिला प्रशासन से मदद दिलायी थी. फिलहाल दोनों जिला मुख्यालय में रहकर ट्रेनिंग की सुविधा ले रही थी. उनके खाने-पीने का खर्च हॉकी सिमडेगा उठा रहा था.
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दूसरे खिलाड़ियों की भी सुध ले सरकार
संगीता और ब्यूटी ने हॉकी सिमडेगा का आभार जताया है. उनके मुताबिक इंडिया के नेशनल कैंप में शामिल होने से वे फिर से ट्रैक पर लौटेंगे. ट्रेनिंग और दूसरे लाभ मिलेंगे. राज्य सरकार ने अंडर-17 महिला वर्ल्ड कप फुटबॉल के झारखंडी प्लेयरों के लिए रांची में जो व्यवस्था की है, वही दूसरे खेल और खिलाड़ियों के लिए भी करे. हॉकी तथा दूसरे खेलों में कई झारखडी प्लेयर कोरोना संकट में सरकार से मदद की आस कर रहे हैं.
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