
Sahibganj: ज़िला पत्थर व्यवासाई संघ की समस्या का समाधान ढूंढ़ने गुरुवार को राजमहल सांसद विजय हांसदा साहिबगंज पहुंचे. यहां सर्किट हाउस में पत्थर व्यवसाइयों ने उन्हें अपनी व्यथा सुनाई. व्यवसाइयों ने एनजीटी के आदेश पर 4 ग्रिड के तहत लगभग 200 क्रशरों को हटाए जाने की प्रक्रिया में व्यवसाइयों को समय देने की मांग की. व्यवसाइयों ने सांसद को दुखड़ा सुनाते हुए बताया कि 2017 में एनजीटी में केस के बाद 2022 में क्रशरों को हटाने का तत्काल आदेश हो गया. जिसके बाद से जिला प्रशासन एनजीटी के आदेश का पालन कर रही है. लेकिन व्यवसाय के बड़े यूनिट होने के नाते उन्हें व्यवसाय को अन्यत्र स्थानांतरित करने के लिए समय की ज़रूरत है. समय नहीं मिलने से व्यवासाई परेशान हैं. वहीं हज़ारों लोगों के रोज़गार पर भी संकट आन पड़ा है. व्यवसाइयों ने कहा कि सांसद साहिबगंज के पत्थर व्यवसाइयों को राहत दिलाने की पहल करें. संघ के सचिव चंदेश्वर प्रसाद सिन्हा उर्फ बोदी सिन्हा ने बताया कि बुधवार को सीएम हेमंत सोरेन ने पत्थर व्यवसाइयों की बातें सुनते हुए राजमहल सांसद को समस्या सुनने का निदेश दिया था. सांसद ने उनकी समस्याएं ध्यानपूर्वक सुनीं. साथ ही उन्होने कहा कि इस मुद्दे पर राज्य सरकार का दखल नहीं. शिष्ठमंडल में पत्थर व्यवासाई सिद्धार्थ तुलसियान, गोपी साधवानी, सन्तोष सिन्हा, अरुण सिंह, प्रकाश केडिया, अरुण चौधरी, अजय गुप्ता व अन्य मौजूद थे.