
Ranchi : राजधानी को साफ और स्वच्छ बनाने को लेकर रांची नगर निगम रेस है. वहीं स्वच्छता रैंकिंग में पिछड़ने के बाद अधिकारी और कर्मचारियों को टास्क दिए जा रहे हैं. जिससे कि इस बार रैंकिंग में सुधार हो सके. लेकिन इसके लिए रांची नगर निगम की अपनी ही तैयारी नहीं है. वहीं रैंकिंग सुधारने के लिए पब्लिक को पाठ पढ़ा रहे है. इतना ही नहीं इसके लिए पूरा सिस्टम भी तैयार है. जिससे कि अगले साल होने वाले स्वास्थ सर्वे में रैंकिंग में पिछड़ भी जाए तो इसका सीधा ब्लेम रांची नगर निगम के सिर नहीं आएगा.
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7500 अंक का होगा स्वच्छता सर्वे


देशभर में स्वच्छता सर्वे 6000 अंकों का होता था. जिसमें सभी नगर निगम अपनी परफार्मेंस के आधार पर नंबर जुटाते थे. वहीं कुछ मामलों में तो नंबर भी नहीं मिल पा रहे थे. अब केंद्रीय नगर विकास एवं आवास विभाग ने स्वच्छता सर्वे के अंक में 1500 की बढ़ोतरी कर दी है. जिससे कि इस बार सर्वे 7500 अंक का होगा.




वेस्ट सेग्रीगेशन पर मिलेंगे नंबर
अब तक वेस्ट सेग्रीगेशन केवल कागजों पर ही चल रहा था. लेकिन स्वच्छता सर्वे में अब वेस्ट सेग्रीगेशन पर भी नंबर मिलेंगे. इसे लेकर निगम रेस हो गया है. वहीं वेस्ट कलेक्शन करने वाली एजेंसियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि लोगों को घर पर ही गीला और सूखा कचरा अलग करवाएं. वहीं इसके लिए उन्हें लगातार जागरूक करने का भी काम निगम के लोग कर रहे हैं. लेकिन कचरा कलेक्ट करने वाली गाड़ियों में अलग कचरा कलेक्ट करने की व्यवस्था ही नहीं है और न ही उसमें सेपरेशन किया गया है. जिससे कि घरों का कचरा एक साथ मिक्स हो जा रहा है.
वेस्ट डिस्पोजल का इंतजाम नहीं
नगर निगम पूरे शहर से कचरा कलेक्ट करने के बाद झिरी में कचरा डंप करता है. जहां सालों से कूड़ा डालने के कारण कूड़े का पहाड़ खड़ा हो गया है. इस,के बाद भी आजतक वेस्ट डिस्पोजल का कोई इंतजाम नगर निगम नहीं कर पाया है. अब कचरे का लोड कम करने के लिए लोगों से अपने कैंपस में ही होम कंपोस्टिंग करवाने पर जोर है. जिससे कि घरों से कचरा कम निकले. वहीं रांची नगर निगम हर दिन की झंझट से मुक्त रहे.
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