
Ranchi: आरकेडीएफ विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति डॉ एके श्रीवास्तव के नेतृत्त्व में ‘पर्यावरण धर्म’ पर वेबिनार का आयोजन किया गया. वेबिनार में मुख्य वक्ता पर्यावरण विद कौशल किशोर जायसवाल उपस्थित थे.
कौशल किशोर बीते 54 वर्षों से पर्यावरण की संरक्षा सुरक्षा पर ‘वनराखी’ और ‘पर्यावरन धर्म’ नामक आंदोलन के माध्यम से सक्रिय हैं. उन्होंने वेबिनार में पर्यावरण और मनुष्य के साहचर्य पर विस्तार से बात की.
अपने अभिभाषण में उन्होंने वर्तमान समय के पर्यावरण की स्थिति पर भी गहरायी से विचार रखा. उन्होंने बताया कि पर्यावरण प्रदूषण एक गंभीर अपराध जैसा है. यह परमाणु बम विस्फोट से भी ज्यादा जघन्य है. परमाणु बम विस्फोट का एक सीमित दायरा होता है लेकिन पर्यावरण प्रदूषण का दायरा तय नहीं किया जा सकता.


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पर्यावरण को शुद्ध करने का एक ही उपाय वृक्षारोपण
उन्होंने अपने संबोधन में लोगों से एकजुट होकर पर्यावरण के लिए कुछ करने की जरूरत पर बल दिया.
उनके अनुसार वायु या पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए किसी प्रकार का उद्योग-कारख़ाना नहीं लगाया जा सकता है. पर्यावरण की शुद्धता का काम मात्र वृक्षारोपण के माध्यम से पूरा किया जा सकता है.
वेबिनार में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अमित कुमार पांडेय ने कौशल जयसवाल के महत्वपूर्ण कार्यों के विषय में बताया और उनकी प्रशंसा करते हुए उनसे प्रेरणा लेने की बात कही.
कुलसचिव ने पर्यावरण के लिहाज से विश्वविद्यालय को और जागरूक बनाने के लिए कौशल जयसवाल को विश्वविद्यालय आने का निमंत्रण दिया जिसे स्वीकारते हुए उन्होंने लॉक डाउन के उपरांत विश्वविद्यालय आकर वृक्षारोपण करने का भरोसा दिया.
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