
Patna : राजद सुप्रीमो लालू यादव और उनके परिवार से जुड़े 17 ठिकानों पर शुक्रवार सुबह सीबीआइ ने छापेमारी की. इस दौरान सीबीआइ की टीम ने लालू प्रसाद से दिल्ली में करीब 6 घंटे तक पूछताछ की. इसके बाद टीम लालू प्रसाद के घर से निकल गयी. बताया जा रहा है कि डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार में वर्ष 2004 से 2009 के बीच दौरान लालू यादव रेल मंत्री थे. इस दौरान रेल विभाग में अनियमितता बरती गयी थी. सूत्रों का कहना है कि इस मामले में 18 मई को सीबीआइ ने मामला दर्ज किया. सीबीआइ ने इसमें लालू प्रसाद यादव की भूमिका पर सवाल उठाया है.
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सूत्रों के अनुसार लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते रेलवे में 276 लोगों की बिना किसी परीक्षा के भर्ती हुई थी. इसमें 111 लोग बिहार के बताये जा रहे हैं. इन सबकी भर्ती में नियमों को ताक पर रखा गया और बिना तय प्रक्रिया के ही भर्ती की गयी. हालांकि सीबीआइ या पुलिस की ओर से अब तक इसे लेकर पुष्टि नहीं की गयी है. गौरतलब है कि चारा घोटाला मामले में हाल ही में जमानत पर जेल से रिहा हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव इन दिनों दिल्ली में अपनी बेटी मीसा भारती के यहां हैं. सीबीआइ की टीम ने दिल्ली में मीसा के आवास, पटना में राबड़ी देवी के आवास सहित कई अन्य ठिकानों पर छापेमारी की है.


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