
New delhi : नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के जारी आंदोलन की गूंज मंगलवार को संसद में सुनायी थी. कांग्रेस की अगुवाई में विभिन्न विपक्षी दलों ने राज्यसभा में किसानों के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर नोटिस दिया था. सभापति एम वेंकैया नायडू ने उनकी इस मांग को खारिज कर दिया. इसके बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया. इसके कुछ देर बाद विपक्षी नेता सदन में लौटे और जोरदार नारेबाजी की. विपक्ष के विरोध के मद्देजर तीसरी बार सदन की कार्यवाही रोकनी पड़ी.
मालूम हो कि कृषि कानून के साथ ही एक दिन पूर्व पारित आम बजट से जुड़े विभिन्न मुद्दे पर विपक्ष हमलावर हो रहा है. खासकर निजीकरण को मुद्दे बनाये जाने की संभावना है. बीमा कंपनियों के निजीकरण पर विपक्ष सरकार को घेरने की पुरजोर कोशिश करेगा. आज विपक्ष की नारेबाजी को देखते हुए सदन की कार्यावाही को साढ़े बारह बजे तक के लिए तीसरी बार स्थगित कर दिया गया. इस मुद्दे को लेकर सदन में जोरदार हांगामे के आसार पूर्व से ही है.
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राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू का कहना था कि कृषि कानूनों पर पूर्व में चर्चा हो चुकी है, इसलिए फिर से चर्चा की इजाजत नहीं दी जा सकती है. मगर, बाद में विपक्ष का मूड भांपते हुए इन्होंने कहा कि रज्यसभा में कल कृषि कानून पर चर्चा होगी. नियमानुसार पहले लोकसभा में चर्चा होगी फिर राज्यसभा में.



