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Ranchi: वर्षों से अधूरे पड़े नेशनल हाइवे-23 पिस्का आरओबी के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. केंद्र ने इसे पूरा करने की मंजूरी दे दी है. एनएचएआई ने इसके निर्माण के लिए फिर से डीपीआर तैयार कराया था और अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा था. एनएचआई के अधिकारियों ने बताया कि इस रेल ओवर ब्रिज के निर्माण की मंत्रालय से स्वीकृति मिल गयी है. 105 करोड़ की लागत से इसे बनाया जायेगा. इसमें भू-अर्जन की भी लागत शामिल है.
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यह रेल ओवर ब्रिज फोरलेन होगा. इसकी लंबाई 96 मीटर की होगी. अधिकारियों ने बताया कि भारत सरकार से मंजूरी मिल जाने के बाद अब इसके निर्माण के लिए टेंडर आदि की प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है. एक माह बाद इसका काम अवार्ड कर दिया जायेगा. बता दें कि पुल बनाने की मांग लंबे समय से स्थानीय लोग भी कर रहे थे. एनएच 23 के इटकी रोड को क्रास कर गुजरनेवाली रेवले लाइन रांची-लोहरदगा रेलखंड का हिस्सा है. सड़क के बीच रेललाइन गुजरने की वजह से अक्सर दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है. रेल गुजरने के वक्त फाटक लगाकर वाहनों का आवागमन भी रोक दिया जाता है.
एनएच 23 की वजह से इस सड़क से हजारो छोटे-बड़े व मालवाहक वाहनों का आवागमन होता है. रांची से गुमला और दूसरे राज्यों तक जाने के लिए हजारों गाड़ियां इस रोड से गुजरती है. ऐसे में रेल लाइन पर पल नहीं होने की वजह से इन गाड़ियों को रेल गुजरने के वक्त रूकना पड़ता है. बता दें कि एनएचएआई ने इटकी रोड एनएच 23 को दो साल पहले ही फोरलेन कर दिया है. 200 करोड़ की लागत से इसे पिस्का मोड़ से पलमा तक फोरलेन बनाया गया है.
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