दिसंबर से मिलने लगेगा रांची वासियों को साइकिल शेयरिंग योजना का लाभ
50 स्टेशनों पर डॉक प्लेट लगाने का काम अंतिम चरण में
Ranchi: नगर विकास विभाग की तरफ से शुरू की जाने वाली पब्लिक साइकिल शेयरिंग सिस्टम योजना का लाभ जल्द ही राजधानीवासियों को मिलने वाली है. स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पीपीपी मॉडल पर शुरू होने वाली यह योजना राजधानी के लोगों के आवागमन सुविधा के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. इसके लिए विभाग की तरफ से 50 स्टेशनों पर डॉक प्लेट लगाने का काम अंतिम चरण है. वहीं साइकिल में लगने वाले पार्ट्स को रांची लाया जा चुका है. अब यहां इसका असेंबल किया जा रहा है. संभवतः दिसम्बर माह के अंत तक योजना की शुरूआत हो सकती है.
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आवागमन सुगम व सुदृढ़ करने की है योजना
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत रांची में शुरू होने वाली पब्लिक साइकिल शेयरिंग सिस्टम योजना नगर विकास की एक महत्वाकांक्षी योजना है. इस योजना के तहत राजधानी के लोगों को सुगम और सुदृढ़ आवागमन के लिए विभिन्न जगहों पर साइकिल की सुविधा मिल सकेगी. इसके लिए पहले ही विभाग ने स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों को निर्देश दिया गया था कि शहर के विभिन्न इलाकों में बननेवाले डॉक (संबंधित जगहों पर साइकिल स्टेशन) के लिए जगह जल्द ही चिन्हित किया जाये. इसी कड़ी में विभाग ने राजधानी रांची के 50 स्थलों पर स्टेशन बनाने का काम शुरू कर दिया है, जो कि अंतिम चरण में है. जानकारी के मुताबिक रांची कॉलेज के पास आईएमएस, सिद्दो-कानू पार्क, न्यू मार्केट चौक पर स्टेशन निर्माण का कार्य करीब-करीब अंतिम चरण में है.
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120 स्टेशन पर 1200 साइकिल चलाने की है योजना
नगर विकास विभाग के जन संपर्क पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि योजना के तहत राजधानी रांची में 120 स्टेशन पर करीब 1200 साइकिल चलाने की योजना है. यह योजना दो चरणों में प्रस्तावित है. पहले चरण में 60 स्टेशनों पर 600 साइकिल और दूसरे चरण में इतने ही स्टेशनों पर 600 साइकिल चलायी जानी है. करीब 50 स्टेशनों पर डॉक बनाने का काम किया जाना है. उन्होंने बताया कि पहले यह योजना राजधानी के मेन रोड, कचहरी जैसे इलाकों में चलायी जानी थी. वहीं अब इसका विस्तार करके हवाई अड़्डा, हिनू, डोरंडा, एचईसी और धुर्वा तक किया जा चुका है. साइकिल में लगने वाले पार्टस को इटली व जर्मनी से आयात किया गया है. वहीं राजधानी रांची में इन साइकिलों का एस्मेबल किया जा रहा है.
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