
Ranchi : करम टोली स्थित रांची आईएमए भवन में एक मीटिंग आयोजित की गयी. जिसमें सरकार ने बिना स्टेकहोल्डर से बात किए हुए एक तरफा कोविड जांच के मूल्यों में बदलाव का विरोध किया गया. प्राइवेट लैब संचालकों ने कहा कि हमारी आरटीपीसीआर की जो लागत है वह 400 से ज्यादा है. ऐसी स्थिति में 300 रुपए में जांच करना संभव नहीं है. सभी ने एक स्वर में कहा कि स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव से मिलकर आईएमए के नेतृत्व में संचालक अपनी बातों को रखेंगे और न्याय की गुहार लगाएयेंगे. साथ ही कोरोना में ड्यूटी करते हुए शहीद होने वाले डॉक्टरों को आर्थिक मदद देने की मांग की जायेगी.
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मौके पर डॉ. प्रदीप कुमार सिंह, डॉ. बी पी कश्यप, डॉ. आर एस दास, डॉ. बिमलेश सिंह, डॉ शंभू प्रसाद सिंह, डॉ राजेश कुमार,डॉ भारती कश्यप, डॉ. ब्यूटी बनर्जी, डॉ. अजीत कुमार, डॉ राकेश ठाकुर, डॉ राकेश शरण,पूजा सहाय, डॉ शिप्रा शरण मौजूद थे.
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इन मुद्दों पर चर्चा
लातेहार की डॉ, नीलिमा के अपहरणकर्ताओं को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने को लेकर वीमेंस डॉक्टर्स विंग की अध्यक्षा डॉ. भारती कश्यप के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को राज्य के डीजीपी से मिलकर मांग करेगा.
कोविड-19 के दौरान काम करते हुए शहीद प्राइवेट और सरकारी डॉक्टरों को उचित मुआवजा दिया जाए। चूंकि सरकार की तरफ से किसी भी तरह की आर्थिक मदद नहीं दी गयी है. जिससे कि चिकित्सा बिरादरी,अपने आप को हतोत्साहित और ठगा हुआ महसूस कर रही हैं.
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