
Ranchi: राजधानी रांची के सदर थाना क्षेत्र स्थित डूमरदगा बाल सुधार गृह में शनिवार को रांची पुलिस ने छापेमारी की है. इस छापेमारी के दौरान पुलिस ने कई आपत्तिजनक सामान बरामद की. पुलिस को आते देख बाल कैदी खिड़की से बाहर सामान फेंकने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने सारा सामान जब्त कर ली है. जब्त सामान में खैनी, गुटका, मोबाइल समेत कई अन्य सामान बरामद की है. सदर थाने की पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि बाल सुधार गृह में आपत्तिजनक सामान का सप्लाई किया जा रहा है. इसी सूचना के आधार पर आज रांची पुलिस ने छापेमारी की है. बाल बंदी आपत्तिजनक सामानों को बाथरूम, कचरा आदि में छुपा कर रखा था.
इसे भी पढ़ें : RANCHI: NCLP के तहत 28 विशेष विद्यालय के कर्मियों को नहीं मिला एक साल से मानदेय
बता दे कि शुक्रवार की शाम हाइकोर्ट के जस्टिस एसएन पाठक और जस्टिस अनुभा रावत ने शुक्रवार को डुमरदगा स्थित बाल सुधार गृह का औचक निरीक्षण किया. संध्या 5.45 बजे दोनों जस्टिस बाल सुधार गृह पहुंचकर बंदियों से बातचीत कर बाल सुधार गृह की स्थिति से अवगत हुए. वे करीब आठ बजे तक बाल सुधार गृह में रहे. इस दौरान बंदियों के पढ़ाई लिखाई से लेकर व्यक्तित्व विकास के लिए किये जा रहे प्रयास की जानकारी प्राप्त की. मौके पर जस्टिस एसएन पाठक ने बंदियों से कहा कि आपसे मिलने आने वाले सभी आपके अभिभावक समान हैं. सारे लोग आपका हित ही सोचते हैं. कहा कि आप खाना बाहर से खरीद कर खा सकते हैं. कपड़ा बाहर से खरीद के पहन सकते हैं लेकिन अपने चरित्र को बाहर से नहीं खरीद सकते हैं. चरित्र में एक बार दाग लग जाने के बाद वह कभी साफ नहीं होता.
निरीक्षण के दौरान न्याययुक्त अरुण कुमार राय, उप विकास आयुक्त विशाल सागर, एसएसपी एसके झा, सीजेएम विनय कुमार लाल, सिविल कोर्ट रजिस्ट्रार दिग्विजय नाथ शुक्ला, न्यायिक दंडाधिकारी मनोरंजन कुमार, जेजेबी में कुमार सौरव त्रिपाठी आदि भी मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें : शेखपुरा एसपी ने 8 पुलिसकर्मियों को किया निलंबित, वसूली करने के आरोप में की कार्रवाई