
Ranchi: राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में प्रबंधन व्यवस्था सुधारने को लेकर रेस हो गया है. जिसके तहत इलाज के लिए आने वाले मरीजों को सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड कराने के लिए अब प्राइवेट सेंटरों की दौड़ नहीं लगानी होगी और न हीं टेस्ट कराने के लिए जेब ढीली करनी होगी. हॉस्पिटल प्रबंधन ने नई सीटी स्कैन मशीन और चार अल्ट्रासाउंड मशीनों का आर्डर कर दिया है. जहां मरीजों को हॉस्पिटल के अंदर ही टेस्ट कराने की सुविधा मिलेगी. बताते चलें कि प्राइवेट सेंटर में मरीजों को टेस्ट कराने के लिए 3-5 गुना तक अधिक पैसे चुकाने पड़ते है.
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4 पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन



हॉस्पिटल में फिलहाल मरीजों के अल्ट्रासाउंड के लिए मशीनें नहीं है. ऐसे में नेफ्रोलॉजी डिपार्टमेंट की अल्ट्रासाउंड मशीन सामान्य मरीजों के लिए फिलहाल दी गई है. अब चार पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीनों के आने से इनडोर में इलाज करा रहे मरीजों को भी राहत मिल जाएगी. चूंकि उन्हें टेस्ट कराने के लिए रेडियोलॉजी विभाग के चक्कर नहीं लगाने होंगे. स्थाई अल्ट्रासाउंड मशीनों का भी टेंडर प्रबंधन ने कर दिया है.



अब हो जाएगी दो सीटी स्कैन मशीन
हॉस्पिटल में पहले से एक सीटी स्कैन मशीन लगी है. ट्रामा सेंटर में लगी यह मशीन रिम्स के मरीजों का लोड नहीं ले पा रही है. अब प्रबंधन ने एक और मशीन का आर्डर किया है. इसके बाद हॉस्पिटल में सीटी स्कैन के लिए दो मशीनें हो जाएगी. मशीन के आने से सरकारी दर पर मरीजों का हॉस्पिटल में टेस्ट हो जाएगा. साथ ही मरीजों को टेस्ट के लिए हॉस्पिटल से बाहर ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
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