
Ranchi : राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में इलाज के लिए दूर-दराज से मरीज आते है. इस बीच मरीजों के इलाज से लेकर जांच में सहयोग करने वाले दर्जनों स्टाफ ने शनिवार को कार्य बहिष्कार कर दिया. इतना ही नहीं सभी डायरेक्टर ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए.
कर्मचारियों का कहना था कि दस साल से अधिक समय उन्होंने रिम्स को दे दिया. इसके बावजूद उनका समायोजन नहीं किया जा रहा है. जबकि जीबी की बैठक में इसे मंजूरी मिल गई थी. वहीं उन्होंने नए सिरे से वैकेंसी निकालने पर भी आक्रोश जताया.
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केवल चार लोगों का ही समायोजन करने पर सवाल


स्टाफ का कहना था कि जब सभी के लिए जीबी की बैठक में मंजूरी दी गई थी तो प्रबंधन ने केवल चार लोगों का समायोजन क्यों किया है. क्या इसके पीछे कोई खास वजह थी. चूंकि वे लोग भी दस साल से अधिक समय से रिम्स में काम कर रहे है. वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने भी उन्हें आश्वासन दिया था कि लंबे समय से काम करने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी.
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कोर्ट जाने की तैयारी में स्टाफ
हॉस्पिटल में 100 से अधिक ऐसे स्टाफ है जिन्होंने दस साल पूरे कर लिए है. अब ये स्टाफ अपने हक के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है. चूंकि स्टाफ की माने तो प्रबंधन ने वैकेंसी निकाल दी है. जबकि उनके समायोजन की बात की गई थी. ऐसे में वैकेंसी में स्टाफ की संख्या कम होती. लेकिन प्रबंधन ने पूरे स्ट्रेंथ के लिए वैकेंसी निकाली है जो कहीं से भी सही नहीं है.
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