
- बिल्डिंग वेस्ट मैटेरियल से बनाया जाएगा ब्रिक, पेबल ब्लाक
- नगर निगम टेंडर कर रहा फाइनल
- झिरी में प्लांट लगाने की शुरू हो गई तैयारी
- 300 प्रति ट्रैक्टर के हिसाब से निगम वसूलेगा चार्ज
Ranchi: रांची में लोगों के घरों से निकलने वाले बिल्डिंग मैटेरियल वेस्ट से ‘बेस्ट’ बनाने की तैयारी चल रही है. अब वेस्ट का डिस्पोजल आसानी से हो जाएगा और इससे रांची नगर निगम को राजस्व भी मिलेगा. इतना ही नहीं हमारा शहर भी इससे साफ हो जाएगा. बताते चलें कि रांची नगर निगम ने इसके लिए टेंडर फाइनल कर दिय़ा है.
वेस्ट उठाने का चार्ज 300 रुपये
वेस्ट मटेरियल निकालकर इसे रोड किनारे डाल देते हैं तो यह आपको भारी पड़ सकता है. रांची नगर निगम अब इसके लिए एजेंसी को फाइनल करने की तैयारी में है. टेंडर की प्रक्रिया भी अंतिम फेज में है. एजेंसी आपके घर के दरवाजे से बिल्डिंग वेस्ट मैटेरियल उठाएगी और इसके बदले में चार्ज भी वसूलेगी. वहीं उठाव नहीं कराने की स्थिति में फाइन भी वसूला जाएगा. उठाव का खर्च भी घर के मालिक से वसूला जाएगा.
पेबल ब्लॉक व टाइल्स का होगा निर्माण
घरों से निकलने वाले कंस्ट्रक्शन एंड वेस्ट बिल्डिंग मैटेरियल के डिस्पोजल के लिए झिरी डंपिंग यार्ड कैंपस में ही प्लांट लगाया जाना है. जहां पर टाइल्स, एस ब्रिक और पेबल क्लॉक का निर्माण कराया जाएगा. इससे कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग मटेरियल वेस्ट का सही डिस्पोजल हो जाएगा और निगम को इससे राजस्व भी प्राप्त होगा. वहीं शहर को स्मार्ट बनाने में यह पहल एक बेहतर कदम साबित होगी.
एनजीटी ने जारी की है गाइडलाइन
एनजीटी की गाइडलाइन के अनुसार कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलेशन वेस्ट का डिस्पोजल भी उतना ही जरूरी है जितना कि घरों से निकलने वाले वेस्ट का. अगर कोई अपना वेस्ट खुले में डालता है तो नगर निगम फाइन वसूलता है. यही नियम बल्डिंग वेस्ट मैटेरियल के लिए भी लागू कर दिया गया है. पिछले साल सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सर्वे में रांची में भी पॉल्यूशन का लेवल बढ़ने का अलर्ट जारी किया गया था. इसके बाद से नगर निगम ने सिटी में घरों से निकलने वाले वेस्ट का कलेक्शन, ट्रांसफर और डिस्पोजल का काम ती कंपनियों को दे दिया. अब बिल्डिंग वेस्ट के लिए नई एजेंसी फाइनल होगी. हाई राइज बिल्डिंग के निर्माण, पुराने मकानों को तोड़कर नए मकान बनाने का काम तेजी से चल रहा है. जिससे कि ये वेस्ट हवा में घुल कर पॉल्यूशन के स्तर को ज्यादा बढ़ा देते है. इसमें धूल की मात्रा हमारी सेहत के लिए काफी हानिकारक है.