
Ranchi : शहर को अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर अब जिला प्रशासन और रांची नगर निगम पूरी तरह से रेस में है. मंगलवार को जिला प्रशासन द्वारा कांके डैम के एरिया को अतिक्रमण मुक्त करने की पहल शुरू की गयी है. उसी तरह अब आरएमसी बड़ा तालाब के चारों और बने 43 भवनों को सील करने जा रहा है.
निगम ने यह कार्रवाई बड़ा तालाब को बचाने को लेकर झारखंड हाईकोर्ट के सख्त रवैये के बाद उठाया है. इसमें सेवा सदन, चिन्मय मिशन समेत कई शोरूम और बड़े प्रतिष्ठान के नाम शामिल हैं. निगम सूत्रों की मानें तो इसकी पूरी तैयारी कर ली गयी है. बहुत जल्द निगम इन भवनों को सील करेगा. उसके बाद इन भवनों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की जायेगी.
जिन भवनों को सील करने की निगम शुरुआत करेगा, इसमें नालंदा सिन्टैक्स प्रेम अग्रवाल, संतोष सरावगी व रामावतार सरावगी, निखिल पोद्दार अपोलो डाइग्नोस्टिक, रांची स्टोर्स सप्लाइ कॉरपोरेशन प्रदीप बंका व अन्य, जिंस फैक्ट्री रमेश कुमार अग्रवाल,प्रेम इंडस्ट्रीज, ट्रेड कॉम्प्लेक्स, क्राफ्ट क्लोथ स्टोर, गोपाल मेडिकल हॉल, लेक व्यू अपार्टमेंट, जैन मेडिकल, केएस इंटरप्राइजेज, नागरमल मोदी सेवा सदन, माहेश्वरी भवन, रंगलाल कॉम्प्लेक्स, महादेव टाइल्स,महिला उद्योग बाजार, अनवर वर्क शॉप वेस्ट बड़ा तालाब, शाहनवाज ऑप्टिकल, राधिका इंटरप्राइजेज, आरुष होटल, खेतान स्टील, यूनिवर्सल इंटरप्राइजेज, राजा पाल्ट्री फार्म, अम्माद पॉल्ट्री,चिकेन रिटेल आउटलेट, झारखंड बंगाल रोडवेज, लेक व्यू कार वासिंग सेंटर, चिन्मय आश्रम आदि शामिल हैं.
बताया जा रहा है कि निगम द्वारा इस संबंध में बड़ा तालाब के चारों और के 43 भवनों को नोटिस दिया गया था. नोटिस के माध्यम से सभी को 15 दिनों के अंदर कागजात जमा करने का निर्देश दिया गया था. तय तिथि तक जब किसी ने कागजात जमा नहीं किया तो इन सभी पर यूसी केस दर्ज किया गया, लेकिन नगर आयुक्त के कोर्ट में भी कोई उपस्थित नहीं हुए.
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