
Ranchi: रांची नगर निगम के पीएल खाते में विगत छह साल से 31 करोड़ की राशि बेकार में पड़ी हुई है. सीवरेज-ड्रेनेज योजना के लिए नगर विकास विभाग ने 2015-16 में राशि आवंटित की थी,लेकिन इसमें 31 करोड़ की राशि खर्च नहीं हुई. जिसे पीएल खाते में जमा करा दिया गया. रांची नगर निगम ने छह साल बाद इस राशि का उपयोग करने की अनुमति सरकार से मांगी है,जिसके बाद नगर विकास विभाग ने इसपर वित्त विभाग से राय मांगा.
वित्त विभाग ने स्पष्ट कहा कि झारखंड कोषागार संहिता के अनुसार यह स्पष्ट है कि लगातार दो वित्तीय वर्ष तक पीएल खाते में रखी गयी राशि खर्च नहीं हुई तो उक्त राशि को कोषागार में जमा करा देना है. लेकिन 2015-16 से अब तक छह वर्षो तक उक्त राशि को व्यय नहीं क्या गया है एवं न ही कोषागार संहिता में प्रावधानित नियम के आलोक में राशि ही प्रत्यार्पित की गयी है जो बिलकुल नियमों के विपरीत है. वित्त विभाग ने परामर्श देते हुए कहा कि छह साल पहले की अवधि में सीवरेज-ड्रेनेज योजना में कितना कार्य हुआ,कितना पूर्ण हुआ अथवा नहीं हुआ है यह स्पष्ट नहीं हो रहा है. वहीं यह राशि वर्तमान में उक्त कार्य के लिए यूज करने के लिए है कि नहीं इसकी पूरी जानकारी नहीं है. ऐसे में 2015-16 से पड़ी 31 करोड़ की की राशि के आवश्यकता की समीक्षा करके ही प्रस्ताव विभाग को भेजे,अगर जरूरत नहीं हो अविलंब कोषागार में राशि जमा करायें. वित्त विभाग के परामर्श के बाद नगर विकास विभाग ने रांची नगर निगम को उक्त के आलोक में कार्रवाई को कहा है.