
Ranchi : राजधानी के लोगों को मच्छरों से छुटकारा दिलाने के लिए रांची नगर निगम फागिंग कराता है. इसके लिए रांची नगर निगम के पास 16 फॉगिंग मशीनें अभी हैं. इनमें 3 कोल्ड फॉगिंग मशीन तथा 13 थर्मल फॉगिंग मशीनें हैं.
इसके बावजूद पूरे शहर में फॉगिंग नहीं हो रही है. अब नगर निगम लगभग ढाई करोड़ की लागत से छह नयी कोल्ड फॉगिंग मशीन खरीदने जा रहा है. जिसके लिए नगर निगम ने टेंडर भी जारी कर दिया है.
वहीं सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब शहर में फॉगिंग के लिए पहले से उपलब्ध गाड़ियां दिखाई ही नहीं देती तो नई मशीनें खरीदने में करोड़ों रुपये खर्च क्यों किए जा रहे है? इस मामले में जब नगर निगम के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
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53 वार्डों में कराया जाना है फॉगिंग
नगर निगम क्षेत्र में 53 वार्ड है. जहां 2 लाख 10 हजार हाउस होल्डर्स रजिस्टर्ड हैं. वहीं आबादी की बात करें तो 14 लाख लोग रांची के शहरी क्षेत्र में है. ऐसे में नगर निगम को शहर के हर इलाके में फॉगिंग करानी है. इसके लिए नगर निगम के हेल्थ सेक्शन से रोस्टर भी तैयार किया जाता है.
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लेकिन नगर निगम की गाड़ियां मुख्य सड़कों में फॉगिंग कर निकल जाती है. जबकि अन्य इलाके में फॉगिंग के नाम केवल आईवॉश किया जाता है. जिसका खामियाजा सिटी के लोग भुगत रहे है. मच्छरों के डंक से वे परेशान है. इतना ही नहीं इसे लेकर नगर निगम में लगातार कंप्लेन भी किए जा रहे है. इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही.
13 में से 11 मशीनों को कर दिया बर्बाद
नगर निगम के बेड़े में पहले से ही 13 आटो माउंटेड थर्मल फागिंग मशीनें हैं. इनमें से केवल दो मशीनें ही चालू हालत में है. बाकी की 11 मशीनों में कोई न कोई समस्या है. इस वजह से इन मशीनों को स्टैंड बाई में छोड़ दिया गया है. वहीं इसके इस्तेमाल को लेकर नगर निगम गंभीर नहीं है.
जिससे साफ है कि कैसे नगर निगम जनता के पैसों से संसाधन तो खरीदता है. लेकिन इनका इस्तेमाल ढंग से नहीं होता है उनके रख-रखाव पर उचित ध्यान नहीं दिया जाता है. इसके बाद मशीनों को कबाड़ में तब्दील होने के लिए छोड़ दिया जाता है. बताते चलें कि तीन कोल्ड फॉगिंग मशीन खरीदने के लिए नगर निगम ने एक करोड़ रुपए खर्च किए थे. फिलहाल ये तीन मशीनें चालू हालत में है.
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