
Ranchi: गृह विभाग की ओर से राजधानी रांची में 51 करोड़ की लागत से सिटी सर्विलांस सिस्टम के तहत 170 स्थान पर 649 कैमरे लगाये गये हैं.
इसके बाबजूद भी अपराधी अपराध करने के बाद आसानी से कई चौराहों से होकर भाग निकलता है और पुलिस को इसका फुटेज तक नहीं मिलता.
शहर में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां पुलिस के सर्विलांस सिस्टम को अपराधी चकमा देकर फरार जाते है.
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कैमरे कुछ खराब हैं तो कुछ बंद
इन दिनों बेखौफ अपराधियों को भी पता है कि ये कैमरे कुछ खराब हैं तो कुछ बंद और जो सही हैं उनकी रिकॉर्डिंग नहीं हो रही.
कंट्रोल रूम में लाइव मॉनिटरिंग तो हो रही है पर उसका तब तक कोई फायदा नहीं जब तक उसकी रिकॉर्डिंग न हो. रिकॉर्डिंग हो भी रही है तो रुक-रुक कर. दो मिनट रिकॉर्डिंग और आधा घंटा बंद.
क्योंकि कैमरे का कनेक्शन बिजली से है. पॉवर बैकअप के लिए यूपीएस लगा है. लेकिन बिजली कटने पर यूपीएस ज्यादा देर तक पावर बैकअप नहीं दे पाता और कैमरे चलने बंद हो जाते हैं.
साथ ही ब्रांडबैंड भी सही ढंग से काम नहीं करता. यही कारण है कि हाल की घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज पुलिस को अपने लगाये कैमरे से नहीं मिले. आसपास की दुकानों में लगे कैमरे से लेने पड़े.
सिर्फ चालान काट खुश है पुलिस
राजधानी में इसलिए कैमरे लगे है कि अपराध और ट्रैफिक दोनों पर नियंत्रण हो सके. अपराध तो दूर शहरवासियों से ट्रैफिक उल्लंघन के नाम पर जो चालान काटे जा रहे हैं उनमें भी कई गलत होते हैं.
कुछ चौराहों पर ही यातायात नियम तोड़ने वालों के चालान ज्यादा कटते हैं. बाकी के चौक चौराहों पर कैमरे तो सिर्फ डराने का काम कर रहे हैं.
कैमरे लगाते वक्त पुलिस का दावा था कि ये अपराधियों की धरपकड़ में सहयोग के साथ-साथ यातायात नियमों को तोड़ने वालों को भी पकड़ेंगे.
सभी कैमरों का कनेक्शन संबंधित थानों में भी होना था. पर थानों में लाखों के एलसीडी तो लगे, पर कैमरों से कनेक्ट नहीं किया.
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कई ऐसे घटनाएं जिनमें सर्विलांस सिस्टम को अपराधी चकमा देकर फरार हो गये
5 जुलाई 2019: मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर डोरंडा में आयोजित न्याय सभा के बाद शाम करीब पांच बजे राजेंद्र चौक और रात 9.30 बजे एकरा मस्जिद के पास बवाल हुआ था. इसके बाद डोरंडा थाना और लोअर बाजार थाना में 41 नामजद और 450 अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
लेकिन पुलिस ने घटना के बाद सिर्फ चार लोगों को ही गिरफ्तार किया. अन्य के विरुद्ध साक्ष्य नहीं ढूंढ पायी है क्योंकि पुलिस के पास कोई वीडियो फुटेज नहीं है, जबकि राजेंद्र चौक और एकरा मस्जिद के पास सीसीटीवी लगे हुए थे.
13 जुलाई 2019: बरियातू इलाके में एक ज्वेलरी दुकान को लूटने की कोशिश की गयी थी. शाम के करीब 4 बजे अचानक 3 अपराधी हथियार से लैस होकर दुकान लूटने पहुंचे. उन्होंने दुकानदार संतोष से हथियार के बल पर लूटपाट की कोशिश शुरू की.
जब दुकान के मालिक संतोष ने लुटेरों का विरोध किया तो उन लोगों ने रिवॉल्वर की बट से मारकर संतोष को बुरी तरह से घायल कर दिया. आस-पास के लोगों ने जब उन्हें पकड़ने की कोशिश की तो अपराधी हवा में हथियार लहराते हुए बाइक से फरार हो गये थे.
20 सितंबर 2019: अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोकनगर स्थित आइसीआइसीआइ बैंक से गुरुवार दोपहर डेढ़ बजे रुपये निकालकर ई-रिक्शा से घर जा रहे बुजुर्ग से बाइक सवार दो अपराधियों ने ढाई लाख रुपये लूट लिये.
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद कंट्रोल रूम से सीसीटीवी फुटेज निकालने और अपराधियों को पहचाने का प्रयास किया लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी थी.
29 नवंबर 2019: रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र में एक महिला 1.40 लाख रुपये लेकर जा रही थी. उसने डोरंडा के एजी ऑफिस कैंपस स्थित बैंक की शाखा से घर बनाने के लिए पैसे निकाले थे.
वह बैंक से बाहर निकली ही थी कि दो लोग रुपये से भरा बैग उससे छीनकर भाग गये थे.
6 फरवरी 2020: सुखदेवनगर थाना क्षेत्र में बाइक सवार अपराधियों ने महिंद्रा फाइनेंसकर्मी मुकेश जालान की गोली मारकर हत्या कर दी थी और अपराधी मौके से फरार हो गये.